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    Chaitra Navratri 2023 Upay: महानवमी के दिन करें ये आसान उपाय, कभी नहीं खाली होगी आपकी तिजोरी

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Thu, 30 Mar 2023 07:11 AM (IST)

    Chaitra Navratri 2023 Upay इस दिन कन्या पूजन का भी विधान होता है। इसमें कन्याओं की पूजा कर उन्हें भोजन कराया जाता है। इसके बाद जथा शक्ति तथा भक्ति के भाव से कन्याओं को दान दक्षिणा देकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

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    Chaitra Navratri 2023 Upay: महानवमी के दिन करें ये आसान उपाय, कभी नहीं खाली होगी आपकी तिजोरी

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Chaitra Navratri 2023 Upay: चैत्र नवरात्रि का आज आठवां दिन है। अतः आज दुर्गाष्टमी है और कल महानवमी और रामनवमी है। महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा-उपासना की जाती है। इस दिन कन्या पूजन का भी विधान होता है। इसमें कन्याओं की पूजा कर उन्हें भोजन कराया जाता है। इसके बाद जथा शक्ति तथा भक्ति के भाव से कन्याओं को दान दक्षिणा देकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इसके बाद पूजा संपन्न होता है। साधक मां को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि के नौ दिनों तक सच्ची श्रद्धा से सेवा और भक्ति करते हैं। इसके लिए कलश स्थापना करते हैं और अखंड ज्योत भी जलाते हैं। सनातन शास्त्रों में नवरात्रि में अखंड ज्योत जलाने को शुभ माना गया है। अखंड ज्योत जलाने से घर में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। अगर आप भी चाहते हैं कि घर में सुख और समृद्धि बनी रहे, तो महानवमी के दिन ये आसान उपाय जरूर करें। आइए जानते हैं-

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    -अखंड ज्योत को शुभ माना जाता है। साधक मां को प्रसन्न करने के लिए जौ, चावल, तिल आदि चीजें भी संकल्प में रखते हैं। इन अनाजों को लाल रंग के वस्त्र में बांधकर अपनी तिजोरी में रख लें। ऐसा करने से घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है। साथ ही धन का आगमन होता है।

    -कई बार अखंड ज्योत की बत्ती बाकी रह जाती है। ऐसा होने पर बत्ती को पूर्णतः जलने दें। जब तक ज्योत खुद से बुझ जाए। नवरात्रि के दौरान अखंड ज्योत का बुझना शुभ नहीं माना गया है। इसके लिए बत्ती को संपूर्ण जलने दें।

    -कई साधक घटस्थापना के दिन कलश स्थापना करते हैं। इस मौके पर कलश के साथ चावल भी रखते हैं। नवरात्र संपन्न होने पर प्रतिमा और कलश के साथ चावल को भी विसर्जित कर दें। आप चाहे तो चावल को छत पर पक्षियों को खाने के लिए भी दे सकते हैं।

    डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '