Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Chaitra Month 2023: हिंदू कैलेंडर का पहला माह चैत्र मास शुरू, जानिए इसका महत्व

    Chaitra Month 2023 हिंदू धर्म में चैत्र माह का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के साथ हिंदू नववर्ष का पहला माह भी शुरू हो जाता है। इस माह में चैत्र नवरात्रि राम नवमी सहित कई बड़े व्रत त्योहार पड़ते है।

    By Shivani SinghEdited By: Shivani SinghUpdated: Tue, 07 Mar 2023 03:24 PM (IST)
    Hero Image
    Chaitra Month 2023: कब से शुरू हो रहा है चैत्र मास? जानिए हिंदू कैलेंडर के पहले माह का महत्व

    नई दिल्ली, Chaitra Month 2023: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, फाल्गुन मास साल का आखिरी माह होता है। इसके बाद चैत्र मास आता है, जो प्रथम माह माना जाता है। चैत्र मास मार्च और अप्रैल माह की शुरुआत में पड़ता है। शास्त्रों के अनुसार, चैत्र मास में ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना करनी आरंभ की थी। हिंदू नववर्ष को कई नामों से जाना जाता है। आंध्र प्रदेश में इसे उगादिनाम यानी युग का आरंभ नाम से जाना जाता है। इसके साथ ही जम्मू- कश्मीर में नवरेह, पंजाब में वैशाखी, महाराष्ट्र में गुड़ीपड़वा, सिंध में चेतीचंड, केरल में विशु, असम में रोंगली बिहू जैसे नामों से जाना जाता है। जानिए चैत्र मास का महत्व।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कब से शुरू हो रहा चैत्र मास 2023?

    हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चैत्र मास 8 मार्च 2023, बुधवार से शुरू हो रहा है, जो 6 अप्रैल, शुक्रवार को समाप्त हो जाएगा। इस मास की शुरुआत गणगौर व्रत के साथ हो रही है। इसके अलावा इस मास में रंग पंचमी, शीतला सप्तमी, पापमोचनी एकादशी, भौमवती अमावस्या, झूलेलाल जयंती, मत्स्य जयंती, गुड़ी पड़वा, रामनवमी, चैत्र नवरात्रि, कामदा एकादशी जैसे बड़े व्रत त्योहार पड़ रहे हैं।

    क्यों कहते हैं चैत्र मास?

    पंचांग के अनुसार, जब अमावस्या के बाद चंद्रमा मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में प्रकट होकर प्रतिदिन एक-एक कला बढ़ता है और 15वें दिन चित्रा नक्षत्र में समाप्त हो जाता है। इसी के कारण चित्रा नक्षत्र के कारण इसे चैत्र मास कहते हैं।

    चैत्र मास का महत्व

    धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि के दिन भगवान विष्णु के दशावतारों के प्रथम अवतार मत्स्य अवतार लेकर जल प्रलय में घिरे मनु को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था। इसके बाद नई सृष्टि का संचार हुआ था। इसके साथ ही ब्रह्मा जी ने चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से सृष्टि की रचना करना आरंभ कर दिया था।

    चैत्र मास 2023 व्रत त्योहार

    8 मार्च 2023 बुधवार- होली, इष्टी, धुलेंडी

    09 मार्च 2023 गुरुवार- भाई दूज, भ्रातृ द्वितीया

    11 मार्च 2023 शनिवार- भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी

    12 मार्च 2023 रविवार- रंग पंचमी

    14 मार्च 2023 मंगलवार- शीतला सप्तमी

    15 मार्च 2023 बुधवार- शीतला अष्टमी, बासौदा, मीन संक्रांति

    18 मार्च 2023 शनिवार- पापमोचिनी एकादशी

    19 मार्च 2023 रविवार- प्रदोष व्रत

    21 मार्च 2023 मंगलवार- चैत्र अमावस्या, दर्श अमावस्या,

    22 मार्च 2023 बुधवार- युगादी, गुड़ी पड़वा, चैत्र नवरात्रि, चंद्र दर्शन, इष्टी

    24 मार्च 2023 शुक्रवार- मत्स्य जयंती, गौरी पूजा, गणगौर

    25 मार्च 2023 शनिवार- लक्ष्मी पंचमी

    27 मार्च 2023 सोमवार- यमुना छठ

    30 मार्च 2023 गुरुवार- रामनवमी, स्वामीनारायण जयंती

    03 अप्रैल 2023 सोमवार- प्रदोष व्रत

    05 अप्रैल 2023 बुधवार- अन्वाधान

    06 अप्रैल 2023 गुरुवार- हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा, इष्टी

    डिसक्लेमर

    'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।