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    Bhog Ke Niyam: ये हैं देवी-देवताओं के प्रिय भोग, अर्पित करने से पूरी होती है हर मनोकामना

    Bhog Ke Niyam पूजा के बाद भोग लगाना बेहद जरूरी माना जाता है। इसके बिना कोई भी पूजा अधूरी समझी जाती है। शास्त्रों में वर्णित है कि प्रत्येक देवी-देवता को कोई-न-कोई प्रिय भोग जरूर होता है। देवी-देवताओं को उनकी पसंद के अनुसार भोग अर्पित करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। आइए जानते हैं कि भगवान को कौन-सा भोग लगाने से वह जल्दी प्रसन्न होते हैं।

    By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Fri, 21 Jul 2023 05:41 PM (IST)
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    Bhog Ke Niyam देवी-देवताओं के प्रिय भोग।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Bhog Ke Niyam: हर व्यक्ति अपनी-अपनी श्रद्धा अनुसार भगवान की पूजा-अर्चना करता है। पूजा-पाठ करना भगवान के प्रति सम्मान प्रकट करने का एक तरीका है। इससे न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है बल्कि व्यक्ति और उसके परिवार को भगवान का आशीर्वाद भी मिलता है। इसी तरह पूजा-पाठ के दौरान भगवान को भोग लगाना भी एक जरूरी प्रक्रिया है।

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    भोलेनाथ को चढ़ाएं ये भोग

    सावन का पवित्र महीना चल रहा है जो भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है। ऐसे में भोलेनाथ को दूध, दही, शहद आदि अर्पित करने चाहिए। इससे वह जल्दी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं।

    मां दुर्गा का प्रिय भोग

    माता दुर्गा को हलवा और चने भोग के रूप में अर्पित करने से वह व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। इसके अलावा मां को मालपुए, पूरन पूरी और खीर भी अधिक प्रिय है। इसलिए माता दुर्गा को इन खाद्य पदार्थों का भोग लगाना चाहिए।

    गणेश भगवान का प्रिय भोग

    सनातन धर्म में भगवान गणेश प्रथम पूजनीय देव माने गए हैं। मोदक और लड्डू भगवान गणेश के प्रिय भोग माने गए हैं। ऐसे में उन्हें मोदक, बेसन के लड्डू या फिर मोतीचूर के लड्डूओं का भोग लगाएं। इन चीजों का भोग लगाने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और जीवन में आ रही बाधाओं को हर लेते हैं।

    बजरंगबली को चढ़ाएं ये प्रसाद

    हनुमान जी को बूंदी बहुत प्रिय है। ऐसे में मंगलवार के दिन हनुमान जी को बूंदी का भोग लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। क्योंकि मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'