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    Ashadha Gupt Navratri 2023: किस दिशा से जुड़ा है 10 महाविद्याओं का संबंध, जानिए इनका महत्व

    Gupt Navratri 2023 गुप्त नवरात्रि में तंत्र साधना करने वाले विशेष रूप से 10 महाविद्याओं की पूजा सिद्धि प्राप्त करने के लिए गुप्त रूप से करते हैं। इसलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 19 जून 2023 से हो चुकी है और इसका समापन 27 जून 2023 को होगा। आइए जानते हैं कि किस महाविद्या का संबंध किस दिशा से है।

    By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sat, 24 Jun 2023 02:56 PM (IST)
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    Ashadha Gupt Navratri 2023 किस दिशा से जुड़ा है किस महाविद्या का संबंध।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Ashadha Gupt Navratri 2023: आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है। दस महाविद्याएं मां दुर्गा का ही रूप हैं। ये दस महाविद्याएं मां काली, मां तारा, मां त्रिपुर, मां भुनेश्वरी, मां छिन्नमस्तिके, मां त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां मातंगी और मां कमला हैं। इन 10 विद्याओं की साधना और उपासना से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

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    महाविद्या का क्या है दिशाओं से संबंध

    10 महाविद्याओं के दिशाओं से बहुत गहरा संबंध है। इसकी कथा माता सती और भगवान शिव से जुड़ी हुई है। जब माता ने बिना बुलाए भी अपने पिता दक्ष के यज्ञ में जाने की जिद की तो भगवान शिव ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। इस पर सती ने स्वयं को महाकाली का रूप धारण कर लिया, जिसे देखकर भगवान शिव डरकर भागने लगे। अपने पति को डरा हुआ देखकर माता सती उन्हें रोकने का प्रयास करने लगी। भगवान शिव जिस दिशा में भागने लगे, उस दिशा में मां का एक अन्य विग्रह प्रकट होकर उनको रोकता। इस प्रकार दसों दिशाओं में मां ने दस रूप ले लिए, वे दस रूप ही दस महाविद्याएं कहलाए।

    10 महाविद्या की 10 दिशाएं कौन-सी हैं

    मां भगवती काली और तारा देवी की दिशा उत्तर मानी गई है। वहीं श्री विद्या (षोडशी-त्रिपुर सुंदरी) की दिशा ईशान दिशा मानी गई है। देवी भुवनेश्वरी की दिशा पश्चिम दिशा है। श्री त्रिपुर भैरवी और माता बगला (बगलामुखी) की दिशा दक्षिण दिशा मानी गई है। माता छिन्नमस्ता और भगवती धूमावती की दिशा पूर्व दिशा है। भगवती मातंगी की दिशा वायव्य दिशा है। वहीं  नैऋत्य दिशा माता श्री कमला की दिशा मानी गई है।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'