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देवी-देवताओं की आरती के बाद जरूर करें ये काम, वरना नहीं मिलेगा पूजा का पूरा फल

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के बाद आरती करना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार आरती करने से व्यक्ति के ऊपर भगवान का पूरा आशीष बना रहता है। लेकिन कई बार आरती के समय कुछ गलतियां कर देते हैं। जानिए इनके बारे में।

By Shivani SinghEdited By: Published: Wed, 06 Apr 2022 12:38 PM (IST)Updated: Wed, 06 Apr 2022 12:38 PM (IST)
देवी-देवताओं की आरती के बाद जरूर करें ये काम, वरना नहीं मिलेगा पूजा का पूरा फल
आरती करने के बाद जरूर करें ये काम

नई दिल्ली, Aarti Niyam: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का काफी अधिक महत्व है। पूजा करने से मन की शांति के साथ आत्मा की तृप्ति होती है। पूजा-पाठ से हमारे अंदर पॉजिटिव एनर्जी आती है। शास्त्रों के अनुसार, भगवान की आराधना करने के बाद आरती जरूर करना चाहिए। वरना पूर्ण फलों की प्राप्ति नहीं होती है। इसलिए आरती भी शुद्धिकरण के साथ सच्चे मन से करना चाहिए। लेकिन कई बार आरती करने के बाद कुछ चीजों को अनदेखा कर देते हैं। जानिए इसके बारे में।

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स्कंद पुराण के अनुसार माना जाता है कि अगर कोई व्यक्ति विधि-विधान से पूजा करने के साथ मंत्र आदि ठीक ढंग से नहीं बोल पाता है तो पूजन के बाद श्रद्धा के साथ आरती कर लेना चाहिए। ऐसा करने से भगवान व्यक्ति की पूजा को पूरी तरह से स्वीकार कर लेते हैं।

पद्म पुराण के मुताबिक, आरती करने की भी एक विधि होती है जिसका पालन करना बेहद जरूरी माना जाता है।घरों में सुबह और शाम दोनों वक्त आरती करने का विधान है। देवी-देवता की आरती करने के लिए घी, कपूर, धूप आदि का इस्तेमाल करना चाहिए। रूई और घी से बाती बनाकर देवी-देवता की पूजा आरंभ करनी चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि बाती, कपूर आदि की संख्या 1, 2,5 या फिर 7 होनी चाहिए। आरती आरंभ करने से पहले जल से आचमन यानी दीपक के चारों ओर दो बार जल जरूर घुमाना चाहिए। माना जाता है कि इससे दीपक का शुद्धिकरण हो जाता है। इसके बाद विधिवत तरीके से खड़े होकर ही आरती करनी चाहिए। अगर आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो फिर आप बैठकर आरती कर सकते हैं।

आरती के बाद जरूर करें ये काम

सभी देवी-देवता की आरती करने के बाद जल से आचमन जरूर करें। इसके लिए दीपक को रखकर पुष्प या फिर पूजा वाले चम्मच में थोड़ा सा जल लेकर दीपक के चारों ओर दो बार घुमाकर जल धरती में छोड़ दें। इसके बाद भगवान से भूल-चूक के लिए माफी मांगे और फिर आप और परिवार के सभी सदस्यों को आरती लेनी चाहिए। मान्यता है कि भगवान की पूरी शक्ति इसी ज्योति में समा जाती है और जो व्यक्ति हाथों से आरती लेकर माथे में लगाता है वह भगवान का आशीष पाता है।

Pic Credit- instagram/suis_mylife

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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