Khatu Shyam Ji: खाटू श्याम जी की विशेष कृपा के लिए इस दिन करें दर्शन, हारे को मिलेगा बाबा का सहारा
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम मंदिर (Baba Khatu Shyam) की मान्यता पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ी है। वैसे तो पूरे साल बाबा के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती है लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे दिनों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनपर आप खाटू श्याम जी के दर्शन कर अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। खाटू श्याम जी को कई नामों से जाना जाता है, जिसमें हारे का सहारा, तीन बाण धारी और शीश का दानी काफी प्रचलित हैं। मान्यताओं के अनुसार, खाटू श्याम जी जग से हारे हुए व्यक्ति का सहारा बनाते हैं और उसे सभी दुखों से उभारते हैं।
खाटू श्याम जी घटोत्कच के पुत्र और भीम के पोते हैं, जिनका असली नाम बर्बरीक है। उन्हें भगवान श्रीकृष्ण से अपने शीश का दान देने पर यह आशीर्वाद मिला था कि कलयुग में उन्हें पूजनीय स्थान और प्रसिद्धि मिलेगी।
किस दिन करें दर्शन
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, खाटू श्याम जी के दर्शन एकादशी और द्वादशी तिथि पर करना काफी शुभ माना जाता है। विशेषकर आमलकी एकादशी, जो फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है, उस दिन पर खाटू श्याम जी के दर्शन का विशेष महत्व माना गया है।
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कई भक्त इस दिन को खाटू श्याम जी के जन्मदिवस के रूप में मनाते हैं। वहीं कुछ भक्त कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को भी खाटू श्याम जी के जन्मदिवस के रूप में मनाते हैं। ऐसे में आप इस दिन भी बाबा के दर्शन का लाभ उठा सकते हैं।
बाबा के दर्शन से मिलते हैं ये लाभ
मान्यता है कि एकादशी और द्वादशी तिथि पर खाटू श्याम जी के दर्शन और पूजा-अर्चना करने से साधक की मनोकामनाएं जल्दी पूरी होती है। इसी के साथ जीवन में आ परेशानियां दूर होती हैं, क्योंकि खाटू श्याम जी व्यक्ति का सहारा बनकर उसे दुखों से उभारते हैं।
अगर आप सच्चे मन से खाटू श्याम के दर्शन करते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं, तो इससे आपके दुख दूर हो सकते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि अगर आपकी कोई मन्नत है, तो इसके लिए खाटू श्याम जी के दरबार में कम-से-कम तीन बार दर्शन जरूर करने चाहिए।
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अर्पित करें ये चीजें
खाटू श्याम जी को गुलाब, इत्र और नारियल अर्पित किए जाते हैं। इसी के साथ भोग के रूप में खाटू श्याम जी को गाय के दूध से बनी मिठाई, खीर और चूरमा चढ़ाया जाता है, जो उनका प्रिय माना गया है। इसके साथ ही कुछ भक्त खिलौने भी चढ़ाते हैं। ऐसा माना जाता है कि खाटू श्याम जी को खिलौने अर्पित करने से साधक को संतान सुख की प्राप्ति होती है।
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