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    Idana Mata Temple: इस मंदिर में अपने आप लग जाती है आग, जानिए क्या है देवी का अग्नि स्नान

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Sun, 25 Jun 2023 01:21 PM (IST)

    Idana Mata Temple क्या आपने कभी किसी देवी को अग्नि स्नान करते देखा है। सुनने में यह असंभव लग सकता है। लेकिन राजस्थान के उदयपुर में एक ऐसा मंदिर मौजूद है जहां कभी भी अपने आप आग लग सकती है। हालांकि इस अग्नि में कभी कोई हताहत नहीं होता। आइए जानते हैं इस अद्भुत मंदिर के बारे में जहां देवी अग्न से स्नान करती हैं।

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    Idana Mata Temple क्या है देवी का अग्नि स्नान।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Idana Mata Temple: भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जहां आज भी ऐसे चत्मकार होते हैं, जिनका जवाब विज्ञान के पास भी नहीं है। ऐसा ही एक मंदिर है राजस्थान का ईडाणा माता मंदिर। इस मंदिर में हर साल अपने-आप आग लग जाती है। जिसमें माता की मूर्ति को छोड़कर और कुछ भी शेष नहीं बचता। इसे माता के अग्नि स्नान के नाम से जाना जाता है। यह स्थान उदयपुर शहर से 60 किमी दूर अरावली की पहाड़ियों में स्थित है।

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    क्या है देवी के अग्नि स्नान

    इस मंदिर में कभी भी आग लग जाती है। ऐसा माना जाता है कि जब माता बहुत प्रसन्न होती हैं तो वह अग्नि स्नान करती हैं। मंदिर के अंदर मौजूद हर एक चीज, चाहे वह माता की चुनर हो, या भक्तों द्वारा चढ़ाया गया भोग-प्रसाद हो, सब कुछ जलकर राख हो जाता है। केवल माता की मूर्ति ही बचती है। यह भी कहा जाता है कि माता के अग्नि स्नान के बाद यहां की आग अपने-आप बुझ जाती है। इस अग्नि स्नान को देखने के लिए भक्तों की भारी भीड़ लग जाती है। आज तक कोई भी इस बात का पता नहीं लगा पाया कि यह आग कैसे लगती है। जो भी भक्त माता के अग्नि स्नान के दर्शन कर लेता है, वह अपने आप को धन्य समझता है।

    क्या है मान्यता

    ईडाणा माता को स्थानीय राजा रजवाड़े अपनी कुलदेवी के रूप में पूजते हैं। माता के इस मंदिर में श्रद्धालु चढ़ावे में लच्छा चुनरी और त्रिशूल लाते हैं। लोगों की मान्यता है कि इस मंदिर में जाकर माता के दर्शन करने से पैरालिसिस यानी लकवे जैसी गंभीर बीमारी भी ठीक हो जाती है। जिन लोगों के संतान नहीं होती वह दंपती यहां झूला चढ़ाते हैं। इससे उन्हें संतान सुख की प्राप्ति होती है।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'