Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    धार्मिक स्थलों के साथ-साथ इन स्थानों का भी जरूर करें दर्शन, वरना अधूरी रह जाएगी आपकी यात्रा

    Updated: Thu, 11 Dec 2025 12:39 PM (IST)

    भारत में वैष्णो देवी, राम जन्मभूमि और खाटू श्याम जैसे कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं, जिसके दर्शन के लिए सालभर भक्तों का तांता बंधा रहता है। तो अगर आप भी इ ...और पढ़ें

    Hero Image

    Dharmik Yatra (AI Generated Image)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, कई ऐसे मुख्य धार्मिक स्थल (Dharmik Yatra) हैं, जिनके दर्शन मात्र से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं, कि अगर आप भी इन स्थानों पर दर्शन के लिए जा रहे हैं, तो आपको इनके साथ और किन स्थानों का भी दर्शन जरूर करना चाहिए, ताकि आपको यात्रा का पूर्ण लाभ मिल सके।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वैष्णो देवी धाम के बाद कहां जाएं

    जम्मू में स्थित वैष्णो देवी धाम की यात्रा के लिए हमेशा भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इस कठिन यात्रा को ज्यादातर भक्त पैदल ही करते हैं। ऐसे में अगर आप भी माता वैष्णो देवी के दर्शन का न बना रहे हैं, तो इसके साथ ही भैरवनाथ मंदिर के दर्शन भी जरूर करने चाहिए। भैरवनाथ के दर्शन के बाद ही वैष्णो देवी की यात्रा पूरी मानी जाती है।

    vaishno i

    इसके बिना अधूरी है केदारनाथ यात्रा

    केदारनाथ भी हिंदू धर्म के मुख्य धार्मिक स्थलों में से एक है, जिसके दर्शन के साथ-साथ नेपाल में स्थित पशुपतिनाथ के दर्शन जरूरी माने जाते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, केदारनाथ शिव के शरीर का निचला हिस्सा है, तो पशुपतिनाथ उनका ऊपरी हिस्सा है। यह दोनों मिलकर एक पूर्ण ज्योतिर्लिंग बनाते हैं, जिससे यात्रा पूरी होती है।

    तभी मिलेगा अमरनाथ यात्रा का फल

    amarnath i

    अमरनाथ की यात्रा का भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना गया है। ऐसे में अगर आप भी बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जा रहे हैं, तो इस यात्रा का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए शेषनाग और पंचतरणी जैसे स्थलों का भी दर्शन जरूरी करें। यह स्थान अमरनाथ गुफा मार्ग में ही आते हैं। कई श्रद्धालु, अमरनाथ यात्रा के बाद जम्मू में स्थित रघुनाथ मंदिर या वैष्णो देवी मंदिर का दर्शन करना भी जरूरी मानते हैं।

    तभी मिलेगा रामलला के दर्शन का लाभ

    अयोध्या, प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि है, जहां लोग राम मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं। हनुमान जी अयोध्या के रक्षक माना गया है। ऐसे में अगर आप भी जन्मभूमि मंदिर के दर्शन करने जा रहे है, तो पहले हनुमानगढ़ी (हनुमान जी) के दर्शन जरूर करें। परंपरा के अनुसार, रामलला के दर्शन से पहले हनुमान जी से आज्ञा ली जाती है। कहा जाता है कि बिना उनकी आज्ञा या दर्शन के भक्तों को राम जी के दर्शन का पूर्ण फल नहीं मिलता।

    खाटू श्याम के साथ करें इस स्थान का दर्शन

    khatu-shyam-ji i f

    राजस्थान के सीकर में स्थित खाटू श्याम मंदिर भी भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। ऐसे में अगर आप श्याम बाबा के दर्शन के लिए जा रहे हैं, तो श्याम कुंड के भी दर्शन जरूर करें, जो खाटू श्याम मंदिर से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर है। इस कुंड में स्नान के बाद ही खाटू श्याम जी की यात्रा पूरी मानी जाती है। इस कुंड को लेकर मान्यता है कि इसी स्थान पर बर्बरीक जी ने भगवान श्रीकृष्ण को शीश का दान दिया था।

    यह भी पढ़ें - क्या आपने पुरी के इस अनोखे मंदिर के किए हैं दर्शन, जहां बेड़ियों से बंधे हैं हनुमान जी

    यह भी पढ़ें - Gurdwara Pathar Sahib History: गुरु नानक देव जी से कैसे जुड़ा है यह स्थान?

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।