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    Shukra Gochar 2025: तुला वाले भावनात्मक रूप से मजबूत होंगे, वृश्चिक को मिलेगा पार्टनर का साथ

    प्रेम और सौंदर्य के कारक शुक्र 29 जून 2025 को मेष से निकलकर वृष राशि में (Venus in Taurus transit 2025) संचरण करेंगे। आइए जानते हैं इस दौरान शुक्र देव तुला और वृश्चिक राशि वालों को क्या सौगात देंगे। 

    By Shashank Shekhar Bajpai Edited By: Shashank Shekhar Bajpai Updated: Fri, 27 Jun 2025 05:49 PM (IST)
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    Venus in Taurus transit 2025: जानिए शुक्र के गोचर का क्या होगा असर।

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। शुक्र का वृष राशि में गोचर साझेदारी, संबंधों और भौतिक उपलब्धियों में संतुलन लाने का काम करेगा। तुला राशि के जातकों के लिए यह समय गहरे आंतरिक परिवर्तनों का हो सकता है। वहीं, वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह गोचर वैवाहिक सुख, बिजनेस साझेदारी और रिश्तों की मजबूती के लिए अत्यंत अनुकूल रहेगा।

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    Tula

    तुला: शुक्र का वृष राशि में गोचर

    शुक्र तुला राशि के जातकों के लिए प्रथम और अष्टम भाव के स्वामी हैं। यह गोचर वृष राशि में आपके अष्टम भाव से हो रहा है। शुक्र इस दौरान आपके द्वितीय भाव पर दृष्टि डालेंगे।

    यह शुक्र गोचर आपके लिए भावनात्मक रूपांतरण का संकेत देता है। इस अवधि में अंतरंग संबंधों में गहराई आ सकती है और अचानक धन लाभ या खर्च की संभावनाएं भी बन सकती हैं। यह समय बीते हुए भावनात्मक घावों को भरने और साझा संसाधनों की समझ को बढ़ाने के लिए उपयुक्त है।

    तुला राशि के जातकों के लिए यह समय गहरे आंतरिक परिवर्तनों का हो सकता है। अष्टम भाव में शुक्र का गोचर होने से जीवन में परिवर्तन, पुनर्जन्म, गूढ़ विषयों, भावनात्मक गहराई और साझी संपत्तियों से जुड़े मुद्दे उजागर हो सकते हैं।

    यह गोचर आत्मचिंतन को प्रोत्साहित करता है। यह अवधि आंतरिक चंगा होने और आध्यात्मिक खोज के लिए अनुकूल है। आपको दूसरों से वित्तीय समर्थन मिल सकता है चाहे वह जीवनसाथी, परिवार या किसी संस्था के माध्यम से हो। यह लाभ अचानक और अप्रत्याशित रूप से मिल सकता है।

    इस समय आप मनोविज्ञान, गूढ़ विज्ञान या जीवन के रहस्यमय पहलुओं में रुचि ले सकते हैं। आपकी भावनाएं गहरी हो सकती हैं और प्रेम संबंधों में गहरा जुड़ाव महसूस हो सकता है। हालांकि, आपको संसाधनों के प्रबंधन में सावधानी बरतनी चाहिए। संयुक्त निवेश या उधारी से बचने की सलाह दी जाती है।

    उपाय: शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र या चांदी के आभूषण दान करें।

    Vrishak

    वृश्चिक: शुक्र का वृष राशि में गोचर

    शुक्र, वृश्चिक राशि वालों के लिए सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी हैं। अब शुक्र देव वृष राशि में आपके सप्तम भाव से गोचर कर रहे हैं और आपकी लग्न राशि यानी प्रथम भाव पर पूर्ण दृष्टि डाल रहे हैं।

    यह शुक्र का गोचर आपकी वैवाहिक जीवन, साझेदारी और सामाजिक संबंधों को प्रबल बनाएगा। इस समय आपके जीवन में ऐसे लोग प्रवेश कर सकते हैं जो आपके लिए लाभदायक सिद्ध होंगे। आप भावनात्मक रूप से किसी के और अधिक करीब आ सकते हैं।

    वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह गोचर वैवाहिक सुख, बिजनेस साझेदारी और रिश्तों की मजबूती के लिए अत्यंत अनुकूल रहेगा। यह समय प्रेम संबंधों में कमिटमेंट करने या प्रोफेशनल गठबंधन को मजबूत करने के लिए भी उपयुक्त है।

    वृष राशि में शुक्र का यह गोचर आपके संबंधों में प्रेम, संतुलन और सौहार्द लाएगा। विवाहित जीवन सुखद रह सकता है। अविवाहित लोगों के लिए यह समय सशक्त आधार पर नए संबंधों की शुरुआत के लिए अनुकूल रहेगा। आप इस समय आकर्षक व्यक्तित्व से दूसरों को प्रभावित कर सकते हैं।

    विदेशी संपर्क या अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भी लाभ संभव है। हालांकि खर्चों पर नियंत्रण रखना ज़रूरी होगा और अति भोग-विलास से बचने की सलाह दी जाती है। साथ ही, अपने निजी आवश्यकताओं पर भी ध्यान देना जरूरी रहेगा।

    उपाय: शुक्रवार को “श्री सूक्त” का पाठ करें या लक्ष्मी माता के मंदिर में दर्शन के लिए जाएं।

    यह राशिफल आनंद सागर पाठक, astropatri.com द्वारा लिखा गया है। अपने सुझाव और प्रतिक्रियाओं के लिए आप उन्हें hello@astropatri.com पर ईमेल कर सकते हैं।