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    Budh Vakri 2024: व्यापार के दाता ने बदली अपनी चाल, इन राशियों को रहना होगा बेहद सावधान

    वर्तमान समय में ग्रहों के राजकुमार बुध देव (Budh Vakri 2024 Effects) वृश्चिक राशि में विराजमान हैं। इस राशि में बुध देव 03 जनवरी तक रहेंगे। इसके अगले दिन बुध देव राशि परिवर्तन कर धनु राशि में गोचर करेंगे। बुध देव के राशि परिवर्तन से कई राशि के जातकों को लाभ होगा। खासकर मिथुन और कन्या राशि के जातकों को विशेष लाभ होगा।

    By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 26 Nov 2024 07:13 PM (IST)
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    Budh Vakri 2024: बुध देव को कैसे प्रसन्न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, दिसंबर का महीना कई राशि के जातकों के लिए शुभ रहने वाला है। वहीं, कई राशि के जातकों को दिसंबर महीने में सावधान रहने की आवश्यकता है। इन राशि के जातकों को करियर और कारोबार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ज्योतिषियों की मानें तो व्यापार के दाता बुध देव के चाल बदलने (Budh Vakri 2024) से राशि चक्र की सभी राशियों पर भाव अनुसार प्रभाव पड़ेगा। इनमें राशियों को जीवन में सोच-समझकर फैसले लेने की जरुरत है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

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    बुध वक्री 2024

    ज्योतिषीय गणना के अनुसार, ग्रहों के राजकुमार बुध देव 26 नवंबर को सुबह 08 बजकर 12 मिनट पर वक्री हुए हैं। इससे पूर्व बुध देव वृश्चिक राशि में मार्गी चाल चल रहे थे। बुध देव 15 दिसंबर तक वक्री चाल चलेंगे। इसके अगले दिन 16 दिसंबर को देर रात 02 बजकर 26 मिनट पर मार्गी होंगे। इससे पहले 09 दिसंबर को बुध देव अनुराधा नक्षत्र में गोचर करेंगे।

    मिथुन और कन्या

    मिथुन और कन्या राशि के स्वामी ग्रहों के राजकुमार बुध देव हैं। बुध देव के वक्री चाल के दौरान मिथुन और कन्या राशि के जातकों को सावधान रहने की आवश्यकता है। इस दौरान कारोबार में मंदी देखने को मिल सकती है। करियर में भी कुछ परेशानी आ सकती है। केतु का प्रभाव बढ़ जाएगा। इससे मानसिक तनाव की समस्या बढ़ सकती है। मिथुन एवं कन्या राशि के जातक भगवान गणेश की पूजा करें। साथ ही अपने कार्य स्थल पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें। 

    वृश्चिक राशि

    बुद्धि के कारक बुध देव के मार्गी होने से वृश्चिक राशि के जातकों को सावधान रहने की आवश्यकता है। वर्तमान समय में बुध देव ज्येष्ठा नक्षत्र में विराजमान हैं। आने वाले समय में बुध देव वक्री चाल चलकर अनुराधा नक्षत्र में गोचर करेंगे। इन दोनों नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातकों की राशि वृश्चिक होती है। अतः वृश्चिक राशि के जातकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। कारोबार से जुड़े लोगों को विषम परिस्थिति से गुजरना पड़ सकता है। हालांकि, आप स्थिर बने रहें। वहीं, वाद-विवाद से दूर रहने की कोशिश करें। इस राशि के स्वामी मंगल देव हैं। अतः अपने गुस्से पर कंट्रोल रखें। मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। आपको अवश्य ही लाभ प्राप्त होगा।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।