Surya Gochar 2025: सूर्य करेंगे कर्क राशि में गोचर, इन 3 राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन
सूर्य (Surya Gochar 2025) का कर्क राशि में गोचर ध्यान को भीतर की ओर मोड़ता है। यह समय भावनात्मक सुरक्षा घर-परिवार और अपनी जड़ों से जुड़ने पर केंद्रित रहेगा। ज्योतिष के अनुसार सूर्य गोचर से मेष वृषभ और मिथुन राशि के जातकों के अच्छे दिन शुरू होंगे। ऐसे में आइए ऐस्ट्रॉलजर आनंद सागर पाठक से जानते हैं इन राशियों को कौन-से लाभ मिलेंगे।

आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। 16 जुलाई 2025 को सूर्यदेव (Surya Gochar 2025) कर्क राशि में गोचर करेंगे। कर्क राशि चंद्रदेव की स्वामित्व वाली एक भावुक और अंतर्ज्ञानी जल राशि है। यह राशि घर-परिवार, आंतरिक भावनाओं और पोषण से जुड़ी मानी जाती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि सूर्य गोचर का मेष, वृषभ और मिथुन राशि (Surya gochar impact on zodiac signs) के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मेष – सूर्य का कर्क राशि में गोचर
सूर्यदेव आपकी कुंडली के पंचम भाव के स्वामी हैं और इस समय चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे हैं। यह स्थिति आपके घर-परिवार, माता, संपत्ति और भावनात्मक स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करा सकती है। सूर्य की दृष्टि दशम भाव पर पड़ रही है, जो दर्शाता है कि करियर और सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर आपका फोकस भी बना रहेगा।
इस समय आप घरेलू जिम्मेदारियां अधिक महसूस कर सकते हैं और प्रॉपर्टी से जुड़े कुछ निर्णय भी ले सकते हैं। साथ ही, प्रोफेशनल जिंदगी में भी आपकी मौजूदगी बढ़ेगी। खासकर अगर आप वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं या पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े हैं।
कर्क राशि में सूर्यदेव की बुधदेव के साथ युति आपके पारिवारिक संवाद को और भावनात्मक निर्णयों को मज़बूत बनाएगी। यह समय पुराने पारिवारिक मुद्दों को सुलझाने, घर की मरम्मत या रिनोवेशन के लिए भी शुभ रहेगा। आप अपनी जड़ों, परंपराओं और माता-पिता की विरासत से गहरा जुड़ाव महसूस कर सकते हैं।
मेष राशि के लिए उपाय: सूर्योदय के समय घी का दीपक जलाएं। साथ ही लाल मसूर का दान करना सूर्यदेव की ऊर्जा को बल देगा।
वृषभ – सूर्य का कर्क राशि में गोचर
वृषभ राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी कुंडली के चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और इस समय तृतीय भाव में गोचर कर रहे हैं। यह गोचर आपके संवाद, साहस, छोटे भाई-बहनों और निकट यात्रा से जुड़े विषयों को प्रभावित करेगा। सूर्य की दृष्टि नवम भाव पर पड़ रही है, जो गुरुजन, भाग्य और आध्यात्मिक मार्गदर्शन से जुड़ी शुभता को दर्शाती है।
आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हो सकती है। यह समय रचनात्मक कार्यों को आगे बढ़ाने या भाई-बहनों से दोबारा जुड़ने के लिए अनुकूल है। मीडिया, पब्लिशिंग या कम्युनिकेशन से जुड़े प्रोजेक्ट्स की शुरुआत के लिए यह बेहतरीन समय रहेगा। शॉर्ट-टर्म कोर्स या स्किल ट्रेनिंग से भी लाभ मिल सकता है।
कर्क राशि में सूर्यदेव के साथ बुधदेव की युति आपके संवाद को प्रभावशाली और अंतर्ज्ञानी बनाएगी। इस गोचर के प्रभाव से आपकी क्षमता दूसरों को समझाने, सिखाने या गाइड करने में और मज़बूती आ सकती है। इस समय की गई कोई भी यात्रा आपको ज्ञान या दिव्य दृष्टि दे सकती है।
वृषभ राशि के लिए उपाय: रविवार को “ॐ सूर्याय नमः” का जप करें, पीले गेंदा फूल अर्पित करें और रोज़ सुबह घर के पूजन स्थल पर घी का दीपक जलाएं।
मिथुन – सूर्य का कर्क राशि में गोचर
आपकी कुंडली में सूर्यदेव तृतीय भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में द्वितीय भाव में गोचर कर रहे हैं। यह गोचर आपके वित्त, पारिवारिक मूल्यों और वाणी से जुड़े क्षेत्रों पर विशेष प्रभाव डालेगा। सूर्यदेव की दृष्टि अष्टम भाव पर पड़ रही है, जिससे आपकी रुचि गुप्त धन, कर मामलों या पैतृक संपत्ति में जा सकती है।
साथ ही, यह समय वाणी में भावनात्मक गहराई और असरदारी लाने वाला है, क्योंकि बुधदेव भी कर्क राशि में सूर्यदेव के साथ स्थित हैं। पुराने पारिवारिक मुद्दों को सुलझाने का अवसर भी मिल सकता है। सूर्यदेव के तृतीय भाव स्वामित्व के चलते भाई-बहनों से लाभ की संभावना बन रही है।
आप निवेश को लेकर भावनात्मक स्पष्टता के साथ योजना बना सकते हैं। यह समय संसाधनों के दोबारा मूल्यांकन और सही प्रबंधन के लिए उपयुक्त है। साथ ही, अनावश्यक खर्चों और कठोर वाणी से आपको सावधान रहना चाहिए। आपके पूर्वजों से जुड़ा पारिवारिक कर्म भी इस समय आपके निर्णयों और मनःस्थिति को प्रभावित कर सकता है।
मिथुन राशि के लिए उपाय: रोज गायत्री मंत्र का जप करें। मीठे चावल जरूरतमंदों को दान करें।
लेखक: आनंद सागर पाठक, astropatri.com प्रतिक्रिया के लिए hello@astropatri.com पर लिखें।
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