Shukra Gochar 2025: तुला राशि वालों की पूरी होगी मनचाही मुराद, पैसों की तंगी भी होगी दूर
पितृ पक्ष के दौरान सुखों के कारक शुक्र देव राशि परिवर्तन करेंगे। शुक्र देव कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में गोचर करेंगे। शुक्र देव के राशि परिवर्तन से तुला समेत कई राशि के जातकों को जीवन में लाभ मिल सकता है। ऐसे में चलिए ऐस्ट्रॉलाजर आनंद सागर पाठक जी (astropatri.com) से जानते हैं कि शुक्र गोचर का तुला वृश्चिक और धनु राशि वालों पर कैसा प्रभाव पड़ने वाला है।

आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। 15 सितंबर 2025 को सिंह राशि में शुक्र का गोचर प्रेम, रचनात्मकता, धन और साझेदारी पर खास असर डालेगा। तुला और वृश्चिक राशि वालों के लिए यह समय रिश्तों और करियर में उन्नति का रहेगा। सिंह राशि में शुक्र देव का गोचर आकर्षण, साहस और आत्म-अभिव्यक्ति को बल देता है। आइए जानते हैं कि शुक्र गोचर से तुला, वृश्चिक और धनु राशि वालों को क्या-क्या लाभ मिलने वाला है?
तुला – 15 सितंबर 2025 को सिंह राशि में शुक्र का गोचर
तुला राशि वालों के लिए शुक्र देव अष्टम और प्रथम भाव के स्वामी हैं। सिंह राशि में शुक्र का गोचर आपके एकादश भाव में होगा, जो लाभ, सामाजिक सफलता और इच्छाओं की पूर्ति लाएगा। यह समय नेटवर्क बढ़ाने, आर्थिक लाभ पाने और मित्रताओं को गहरा करने के लिए अनुकूल है। शुक्र देव की पंचम भाव पर दृष्टि प्रेम जीवन, रचनात्मकता और बच्चों से जुड़े मामलों को शुभ बनाएगी। अविवाहित जातकों को प्रेम मिल सकता है और कलाकारों की प्रतिभा निखरेगी।
उपाय
- सफेद रूमाल अपने पास रखें।
- “ॐ शुं शुक्राय नमः” मंत्र का नित्य जाप करें।
वृश्चिक – 15 सितंबर 2025 को सिंह राशि में शुक्र का गोचर
वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र देव सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी हैं। सिंह राशि में शुक्र का गोचर आपके दशम भाव में होगा, जो करियर उन्नति, मान-सम्मान और तरक्की के अवसर देगा। आपके आकर्षण और संचार कौशल से आप कार्यस्थल पर अलग पहचान बनाएंगे। शुक्र देव की चतुर्थ भाव पर दृष्टि घर-परिवार में सुख और आराम को भी बढ़ाएगी। काम और घर के बीच संतुलन से संपूर्ण सुख मिलेगा।
उपाय
- शुक्रवार को मां लक्ष्मी को सफेद चावल अर्पित करें।
- साफ-सुथरे सफेद वस्त्र पहनें।
धनु – 15 सितंबर 2025 को सिंह राशि में शुक्र का गोचर
धनु राशि वालों के लिए शुक्र देव षष्ठ और एकादश भाव के स्वामी हैं। सिंह राशि में शुक्र का गोचर आपके नवम भाव में होगा, जो भाग्य, उच्च शिक्षा और आध्यात्मिकता को प्रभावित करेगा। गुरुजनों का आशीर्वाद मिलेगा। लंबी यात्राओं से लाभ होगा। शुक्र देव की तृतीय भाव पर दृष्टि संचार, साहस और सामाजिक संपर्कों को प्रबल करेगी। यह समय विद्यार्थियों, अध्यापकों और यात्रियों के लिए लाभकारी है। सोमवार और शुक्रवार के दिन भगवान शिव की पूजा करें।
उपाय
शुक्रवार को गाय के घी का दीपक जलाएं।
दूध से बनी मिठाई बांटें।
लेखक: आनंद सागर पाठक, Astropatri.com, प्रतिक्रिया के लिए लिखें: hello@astropatri.com
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।