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    Shukra Gochar 2025: आर्थिक मामलों में होगा सुधार, जानें तुला और वृश्चिक पर क्या पड़ेगा प्रभाव?

    Updated: Sat, 26 Jul 2025 10:30 AM (IST)

    26 जुलाई 2025 यानी आज शुक्र देव मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं। यह समय (Shukra Gochar 2025 Impact) रिसर्च थेरेपी या रहस्यवादी विषयों की गहराई में उतरने के लिए अनुकूल है लेकिन कुछ बातों का ध्यान देना होगा। ऐसे में चलिए ऐस्ट्रॉलजर आनंद सागर पाठक जी (astropatri.com) से जानते हैं इस बारे में।

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    Shukra Gochar 2025: जानें तुला और वृश्चिक पर क्या पड़ेगा प्रभाव?

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। 26 जुलाई 2025 यानी आज शुक्र देव मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं। यह गोचर कुछ राशियों के जीवन में रिश्तों और आर्थिक मामलों के लिए गहराई से रूपांतरण का समय लेकर आएगा, तो आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि यह गोचर (Shukra Gochar 2025 Impact) तुला और वृश्चिक राशि के लिए कैसा होने वाला है?

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    तुला राशि: 26 जुलाई 2025 को शुक्र का मिथुन राशि में गोचर

    तुला राशि वालों के लिए शुक्र पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब शुक्र आपके नवम भाव से मिथुन राशि में गोचर करेंगे। शुक्र की दृष्टि आपके तृतीय भाव पर होगी। बुध और बृहस्पति भी मिथुन राशि में होंगे। मिथुन राशि में शुक्र का गोचर नई प्रेरणा और अन्वेषण की इच्छा लेकर आता है। आप दर्शन, यात्रा और उच्च ज्ञान में सौंदर्य खोज सकते हैं। नवम भाव में शुक्र का गोचर आध्यात्मिक अध्ययन, कलात्मक शिक्षा या यात्रा करने के लिए श्रेष्ठ समय बनाता है। तृतीय भाव पर शुक्र की दृष्टि आपकी लेखन क्षमता, मीडिया उपस्थिति और सामाजिक आत्मविश्वास को बढ़ा सकती है।

    आपके रिश्ते साझा मूल्यों के माध्यम से प्रगाढ़ हो सकते हैं। यात्रा के अनुभवों से आपको लाभ मिल सकता है। यह गोचर प्रकाशन, शिक्षण या अपने दृष्टिकोण को विस्तार देने के लिए आदर्श है। भाई-बहनों से संवाद में सुधार हो सकता है। यह समय अध्ययन और आध्यात्मिक परिष्कार के माध्यम से व्यक्तिगत रूपांतरण के लिए सकारात्मक है।

    उपाय

    • शुक्रवार को 'श्री सूक्त' का जप करें।
    • गायों या पक्षियों को भोजन कराएं।

    वृश्चिक राशि: 26 जुलाई 2025 को शुक्र का मिथुन राशि में गोचर

    वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी हैं। अब शुक्र आपके अष्टम भाव से मिथुन राशि में गोचर करेंगे। शुक्र की दृष्टि आपके द्वितीय भाव पर रहेगी। बुध भी मिथुन राशि में बृहस्पति के साथ योग बनाएंगे। मिथुन राशि में शुक्र का यह गोचर रिश्तों और आर्थिक मामलों के लिए गहराई से रूपांतरण का समय लेकर आएगा। अष्टम भाव में शुक्र छुपी हुई इच्छाओं को जाग्रत कर सकते हैं और अंतरंगता के माध्यम से भावनात्मक उपचार की प्रक्रिया को प्रेरित कर सकते हैं। पुरानी भावनात्मक पीड़ाएं सामने आ सकती हैं ताकि उन्हें अब ठीक किया जा सके।

    आर्थिक रूप से, यह समय आपको विरासत, बीमा या साझेदारी से जुड़े संसाधनों के माध्यम से लाभ दे सकता है। द्वितीय भाव पर शुक्र की दृष्टि आपकी वाणी में मिठास लाएगी और पारिवारिक विवादों को कूटनीति से सुलझाने की योग्यता देगी। आपको अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। प्रेम जीवन में भावनात्मक तीव्रता बढ़ सकती है। यह समय रिसर्च, थेरेपी या रहस्यवादी विषयों की गहराई में उतरने के लिए अनुकूल है।

    उपाय

    • रोजाना कपूर का दीपक जलाएं।
    • गरीबों को दूध या चावल का दान करें।

    Note - यह राशिफल श्री आनंद सागर पाठक, astropatri.com द्वारा लिखा गया है। अपने सुझाव और प्रतिक्रियाओं के लिए आप उन्हें hello@astropatri.com पर ईमेल कर सकते हैं।