Mangal Gochar 2025: इन राशियों के जीवन में होगा बड़ा बदलाव, खुशियों से भर जाएगा जीवन
तुला राशि में मंगल का गोचर कई राशि के जातकों के लिए मिलाजुला रहने वाला है। कई जातकों का काम पर फोकस रहेगा। ऐसे में चलिए एस्ट्रोलॉजर आनंद सागर पाठक जी (astropatri.com) से जान सकते हैं कि मेष से कर्क राशि के जातकों के लिए ये गोचर कैसा रहने वाला है।

आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। मंगल देव का तुला राशि में गोचर एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है। मंगल देव ऊर्जा, साहस, जज़्बे और दृढ़ता के कारक माने जाते हैं। तुला राशि में मंगल देव रिश्तों में संतुलन ला सकते हैं। यह एक प्रभावशाली असर उत्पन्न कर सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि मंगल गोचर का मेष, वृषभ, मिथुन और कर्क राशि (Mangal gochar impact on zodiac signs) के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए मंगल देव लग्नेश और अष्टमेश हैं। मंगल देव का तुला राशि में सप्तम भाव में गोचर हो रहा है, जिससे साझेदारी, विवाह और व्यापारिक सहयोग पर ध्यान जाएगा। मंगल देव की दशम भाव पर दृष्टि करियर ग्रोथ और सम्मान के लिए शुभ है, जबकि प्रथम और द्वितीय भाव पर प्रभाव बेचैनी और जल्दबाजी भरे वचन ला सकता है। रिश्तों में जोश भी रहेगा और मतभेद भी हो सकते हैं, इसलिए संतुलन आवश्यक है।
उपाय
- हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें।
- मंगलवार को मसूर की दाल अर्पित करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए मंगल देव द्वादशेश और सप्तमेश हैं। मंगल देव का तुला राशि से षष्ठ भाव में गोचर कार्यस्थल पर चुनौतियां या कानूनी मामलों को ला सकता है। लेकिन मंगल देव शत्रुओं और प्रतियोगिता से लड़ने की शक्ति भी देंगे। मंगल देव की नवम भाव पर दृष्टि आध्यात्मिक यात्राओं की ओर प्रेरित करेगी। द्वादश भाव पर दृष्टि खर्चों को बढ़ा सकती है। स्वास्थ्य पर ध्यान आवश्यक है।
उपाय
- मंगलवार को लाल रंग के वस्त्र दान करें।
- भगवान सुब्रमण्यम की पूजा करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए मंगल देव लाभेश और षष्ठेश हैं। मंगल देव का तुला राशि से पंचम भाव में गोचर होगा। यह गोचर रचनात्मकता, प्रेम संबंध और संतान पर असर डालेगा। मंगल देव की अष्टम भाव पर दृष्टि अचानक बाधाओं से सावधान करती है, जबकि लाभ भाव पर दृष्टि मेहनत से लाभ दिला सकती है। प्रेम जीवन में कठिनाइयां रह सकती हैं, परंतु कार्यक्षेत्र में उन्नति संभव है।
उपाय
- भगवान गणेश को लाल फूल अर्पित करें।
- गायत्री मंत्र का पाठ करें।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए मंगल देव दशमेश और पंचमेश हैं। मंगल देव का तुला राशि से चतुर्थ भाव में गोचर होगा, जिससे घरेलू सुख, संपत्ति और वाहन पर ध्यान रहेगा। मंगल देव की सप्तम भाव पर दृष्टि वैवाहिक सामंजस्य को प्रभावित करेगी। दशम भाव पर मंगल देव की दृष्टि करियर अवसर बढ़ाएगी। ग्यारहवें भाव पर मंगल देव की दृष्टि आर्थिक लाभ दिला सकती है, हालांकि परिवार में विवाद भी संभव हैं।
उपाय
सोमवार को भगवान शिव का जल और दूध से अभिषेक करें।
लेखक: श्री आनंद सागर पाठक, Astropatri.com, फीडबैक के लिए लिखें: hello@astropatri.com
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।