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    Guru Gochar 2025: धनतेरस के दिन हो रहा है गुरु गोचर, जानिए तुला राशि वालों पर क्या पड़ेगा असर

    By digital deskEdited By: Suman Saini
    Updated: Fri, 17 Oct 2025 02:00 PM (IST)

    18 अक्टूबर 2025 को गुरु देव का कर्क राशि में गोचर तुला राशि वालों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा। गुरुदेव का दशम भाव, जो करियर और प्रतिष्ठा से जुड़ा है, में उच्च स्थान करियर प्रगति, नेतृत्व और सामाजिक मान्यता पर जोर देगा। चलिए ऐस्ट्रॉलजर आनंद सागर पाठक जी (astropatri.com) से जानते हैं कि गुरु गोचर का तुला राशि पर प्रभाव।

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    Guru Gochar 2025 तुला राशि पर प्रभाव।

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। तुला राशि के जातकों के लिए 18 अक्टूबर 2025 को गुरु देव का कर्क राशि में गोचर विशेष रूप से शुभ होगा। गुरु देव, जो तृतीय और षष्ठ भावों के स्वामी हैं, दशम भाव में स्थित होंगे, जिससे करियर वृद्धि और सामाजिक स्थिति पर ध्यान केंद्रित होगा। द्वितीय भाव (धन), चतुर्थ भाव (परिवार और घर) और षष्ठ भाव (सेवा और अनुशासन) पर दृष्टि रखने से जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में प्रगति सुनिश्चित होगी। गुरु देव की दृष्टि द्वितीय, चतुर्थ और षष्ठ भावों पर रहने से वित्त, पारिवारिक जीवन, स्वास्थ्य और दैनिक कार्यों में स्थिरता बढ़ेगी।

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    तुला (LIBRA)

    करियर:

    दशम भाव में गुरु देव का गोचर तुला जातकों के पेशेवर जीवन के लिए आशीर्वाद स्वरूप होगा। यह समय प्रमोशन, मान्यता और नेतृत्व की भूमिकाओं के अवसर लाएगा। षष्ठ भाव पर दृष्टि कार्यस्थल पर चुनौतियों को पार करने में सहायता करेगी और आपको प्रतिस्पर्धी बनाएगी। द्वितीय भाव पर दृष्टि आपकी प्रतिष्ठा और कार्य से प्राप्त वित्तीय लाभ को बढ़ाएगी, जबकि चतुर्थ भाव पर दृष्टि पेशेवर और पारिवारिक जिम्मेदारियों में संतुलन बनाएगी।

    वित्त:

    गुरु देव का यह गोचर तुला जातकों के लिए वित्तीय स्थिरता और वृद्धि लाएगा। द्वितीय भाव पर दृष्टि से तुला जातकों को नियमित आय और धन संचय के अवसर मिलेंगे। षष्ठ भाव पर दृष्टि ऋण चुकौती और अनुशासित वित्त प्रबंधन में सहायता करेगी। चतुर्थ भाव पर दृष्टि से संपत्ति से लाभ या पारिवारिक समर्थन संभव है। यह लंबी अवधि के निवेश और वित्तीय सुरक्षा बनाने के लिए एक शुभ समय है।

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    परिवार और रिश्ते:

    गुरु देव का यह गोचर पारिवारिक जीवन में तालमेल बढ़ाएगा। चतुर्थ भाव पर दृष्टि से घर में शांति और माता-पिता के साथ मजबूत संबंध सुनिश्चित होंगे। द्वितीय भाव पर दृष्टि पारिवारिक सदस्यों के साथ खुला संवाद बढ़ाएगी, जिससे रिश्तों में सुधार होगा। दशम भाव पर गुरु देव की उपस्थिति सामाजिक और पारिवारिक प्रतिष्ठा में वृद्धि लाएगी। जीवनसाथी का सहयोग मजबूत रहेगा और रिश्ते स्थिर और संतोषजनक होंगे।

    स्वास्थ्य:

    गुरु देव का कर्क राशि में गोचर तुला जातकों के लिए स्वास्थ्य में सुधार लाएगा। षष्ठ भाव पर दृष्टि से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और पुराने रोगों से राहत मिलेगी। चतुर्थ भाव पर दृष्टि मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन सुनिश्चित करेगी। हालांकि, गुरु देव की विस्तारकारी ऊर्जा के कारण आहार और जीवनशैली में संयम आवश्यक होगा, ताकि वजन बढ़ना या आलस्य से बचा जा सके।

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    शिक्षा:

    तुला राशि के विद्यार्थियों के लिए गुरु देव का यह गोचर अध्ययन में ध्यान और उपलब्धि का समय है। द्वितीय भाव पर दृष्टि शैक्षणिक स्पष्टता और ज्ञान ग्रहण में सहायता करेगी। चतुर्थ भाव पर दृष्टि ध्यान केंद्रित करने और स्थिर अध्ययन वातावरण प्रदान करेगी, जबकि षष्ठ भाव पर दृष्टि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता सुनिश्चित करेगी। यह उच्च शिक्षा या पेशेवर पाठ्यक्रमों के लिए एक उत्तम समय है।

    निष्कर्ष:

    18 अक्टूबर 2025 को गुरु देव का कर्क राशि में गोचर तुला राशि वालों के लिए अत्यंत फलदायी समय होगा। करियर वृद्धि, वित्तीय स्थिरता, पारिवारिक सौहार्द और शैक्षणिक सफलता इस अवधि को पूर्णता प्रदान करेंगे। विनम्रता और अनुशासन बनाए रखते हुए तुला जातक इस गोचर के आशीर्वाद का पूरा लाभ उठा सकते हैं।

    उपाय:

    (a) प्रत्येक गुरुवार भगवान विष्णु को पीले फूल अर्पित करें।
     (b) जरूरतमंदों को चना दाल या पीली मिठाई दान करें।

    लेखक: श्री आनंद सागर पाठक, Astropatri.com, संपर्क करें: hello@astropatri.com