Budh Gochar 2025: 07 फरवरी से इन राशियों के जीवन में होगा नया सवेरा, सोने की तरह चमकेगा कारोबार
ज्योतिषियों की मानें तो फरवरी महीने में बुध और सूर्य (Budh Gochar 2025) देव राशि परिवर्तन करेंगे। सूर्य देव के राशि परिवर्तन करने की तिथि पर कुंभ संक्रांति मनाई जाएगी। इस दिन माघ पूर्णिमा भी मनाई जाएगी। ज्योतिष कारोबार में सफलता पाने के लिए सूर्य देव की पूजा करने की सलाह देते हैं। साथ ही सूर्य देव की उपासना करने से आरोग्य जीवन का वरदान मिलता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Budh Gochar 2025 : वैदिक पंचांग के अनुसार, 07 फरवरी को रोहिणी व्रत है। इस शुभ अवसर पर भगवान वासुपूज्य स्वामी की पूजा की जाती है। साथ ही विवाहित महिलाएं सुख और सौभाग्य में वृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत को स्त्री और पुरुष दोनों कर सकते हैं। जैन समुदाय के अनुयायियों के लिए यह दिन बेहद खास होता है।
धार्मिक मान्यता है कि रोहिणी व्रत के पुण्य-प्रताप से जीवन में सुखों का आगमन होता है। साथ ही भगवान वासुपूज्य स्वामी की कृपा से हर शुभ काम में सफलता मिलती है। ज्योतिषियों की मानें तो रोहिणी व्रत के शुभ अवसर पर बुध देव अपनी चाल बदलेंगे। इससे राशि चक्र की सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। इनमें दो राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ होगा। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
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मकर राशि
ज्योतिषियों की मानें तो बुध देव के धनिष्ठा नक्षत्र में गोचर करने से मकर राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ मिलेगा। इस राशि में सूर्य देव भी विराजमान हैं। वहीं, बुध देव भी मकर राशि में उपस्थित हैं। अतः मकर राशि के जातकों पर सूर्य और बुध देव की कृपा बरसेगी। उनकी कृपा से करियर और कारोबार में सफलता मिलेगी। बिजनेस बुलेट ट्रेन की तरह दौड़ेगा। निवेश करने के लिए समय उत्तम है। भविष्य की भी प्लानिंग कर सकते हैं। आने वाले समय में मकर राशि के जातकों को साढ़े साती से भी मुक्ति मिलेगी।
कुंभ राशि
बुध देव के नक्षत्र परिवर्तन करने से कुंभ राशि के जातकों के कारोबार में तेजी देखने को मिलेगी। इस दौरान कारोबार संबंधी परेशानी भी दूर होगी। बिजनेस के लिए पार्टनर मिल सकता है। रोजगार से जुड़े लोगों को जॉब मिल सकती है। किसी अनजान शख्स से मिलना होगा, जो जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकता है। सेहत अच्छी रहेगी। शारीरिक एवं मानसिक परेशानी दूर होगी। भगवान शिव की पूजा करें।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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