Indira Ekadashi 2025: इंदिरा एकादशी के दिन न करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां, मां लक्ष्मी हो सकती हैं नाराज
सनातन धर्म में एकादशी (Indira Ekadashi 2025) के शुभ अवसर पर तुलसी के पौधे की पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार एकादशी के दिन तुलसी पूजा (Tulsi Puja Ke Niyam) करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन में वृद्धि होती है लेकिन तुलसी से जुड़े नियम का पालन जरूर करें। आइए जानते हैं इन नियम के बारे में।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, हर साल पितृ पक्ष में इंदिरा एकादशी मनाई जाती है। इस बार यह व्रत 17 सितंबर (Indira Ekadashi 2025 Date) को किया जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इंदिरा एकादशी के शुभ अवसर पर भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से प्रभु की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही जीवन की सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
इस दिन तुलसी की पूजा करने का विधान है। ऐसा माना जाता है कि इस पौधे में धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है। एकादशी का निर्जला व्रत तुलसी माता भगवान विष्णु के लिए करती हैं। इसलिए एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते तोड़ना और जल देना वर्जित है। ऐसा माना जाता है कि इस गलती को करने से साधक को जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। ऐसे में चलिए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं तुलसी (Tulsi Ke Niyam) से जुड़े नियम के बारे में।
मां लक्ष्मी हो सकती हैं नाराज
धार्मिक मान्यता के अनुसार, तुलसी माता हर एकादशी का निर्जला व्रत करती हैं। ऐसे में तुलसी के पत्ते तोड़ने और पौधे में जल देने से उनका व्रत खंडित हो सकता है। इसी वजह से एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने और जल देने की मनाही है। ऐसा माना जाता है कि इस गलती को करने से मां लक्ष्मी का व्रत टूट सकता है और मां लक्ष्मी की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।
भूलकर भी न करें ये गलती
धार्मिक मान्यता के अनुसार, साफ-सफाई वाली जगह पर ही मां लक्ष्मी वास करती हैं। इसलिए घर और मंदिर की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। इसके अलावा तुलसी के पौधे के पास गंदगी न करें।
करें ये काम
इंदिरा एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद तुलसी के पास देसी घी का दीपक जलाएं। इसके बाद तुलसी की 5 या 7 बार परिक्रमा लगाएं। मंत्रों का जप करें। तुलसी चालीसा का पाठ करें। तुलसी माता से जीवन में सुख-शांति के आगमन के लिए कामना करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को एकादशी के दिन करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन में अपार वृद्धि होती है।
तुलसी नामाष्टक मंत्र -
वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।
पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।
एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।
य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।
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