'मैं परिवार पर बोझ नहीं...' प्रोफेसर ने कॉलेज के ऑफिस में की खुदकुशी, सुसाइड नोट पढ़कर पुलिस रह गई दंग
दयपुर के महाराणा प्रताप यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी कॉलेज (सीटीएई) कॉलेज के प्रोफेसर नवीन चौधरी ने आत्महत्या कर ली। 54 वर्षीय प्रोफेसर का शव उनके ऑफिस में फंदे से लटका मिला। प्रोफेसर चौधरी बीमार थे और इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया। मौके से बरामद सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी बीमारी से परेशान होने और परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहने की बात लिखी है।

जागरण संवाददाता, उदयपुर। उदयपुर के महाराणा प्रताप यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी कॉलेज (सीटीएई) कॉलेज में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है। गुरुवार को कॉलेज के कंप्यूटर साइंस विभाग के प्रोफेसर नवीन चौधरी (54) का शव उनके ऑफिस में फंदे से लटका मिला।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि प्रोफेसर चौधरी बीमार थे और इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया। मौके से बरामद सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी बीमारी से परेशान होने और परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहने की बात लिखी है।
बताया गया कि प्रोफेसर चौधरी सुबह कॉलेज पहुंचे और हाजिरी लगाई। कुछ देर बाद उन्हें अपने ऑफिस में फंदे से लटका हुआ पाया गया। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट बरामद किया। प्रोफेसर चौधरी जोधपुर के रहने वाले थे और उदयपुर में पत्नी के साथ रहते थे। उनका बेटा नोएडा में जॉब करता है।
हंसमुख और शांत स्वभाव के थे प्रो. चौधरी
प्रोफेसर चौधरी के सहकर्मी ने बताया कि वे हंसमुख और शांत स्वभाव के थे। उन्होंने करीब 6 महीने पहले अहमदाबाद में इलाज करवाया था, लेकिन उन्होंने कभी अपनी बीमारी के बारे में किसी को नहीं बताया।
2005 में एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर किया था जॉइन
प्रोफेसर चौधरी ने साल 2005 में सीटीएई कॉलेज में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर जॉइन किया था। वे कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में एचओडी भी रह चुके थे। प्रोफेसर चौधरी की आकस्मिक मौत से कॉलेज में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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