राजस्थान का भूंगड़ा गांव, जहां हर साल संक्रांति पर चौपड़ से भविष्यफल सुनने उमड़ते हैं हजारों ग्रामीण
देश के विभिन्न हिस्सों में आज मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया गया। कई मंदिरों में आज श्रद्धालुओं का भारी हुजूम उमड़ा। संक्रांति के दिन राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के भूंगड़ा कस्बे की विशेष चर्चा की जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रत्येक वर्ष संक्रांति के दिन यहां पर भविष्यफल सुनने के लिए हजारों लोग उमड़ते हैं। वर्तमान में चौथी पीढ़ी द्वारा यह आयोजन किया जा रहा है।

जेएनएन, उदयपुर। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के भूंगड़ा कस्बे में मकर संक्रांति के दिन हर साल की तरह हजारों ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी, जहां वे चोपड़ा वाचन सुनने के लिए जमा हुए। इस अवसर पर पं. दक्षेश पंड्या ने भगवान शिव की कथा सुनाने के बाद भविष्य फल की भविष्यवाणी की। भूंगड़ा में 135 वर्षों से लगातार चोपड़ा वाचन आयोजित हो रहा है और वर्तमान में चौथी पीढ़ी द्वारा यह आयोजन किया जा रहा है।
पं. पंड्या ने बताया कि इस साल मकर संक्रांति का समय माघ मास, शिशिर ऋतु के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर था, जो विष्कुंभ योग में हुआ। उन्होंने बताया कि इस वर्ष के भविष्यफल के अनुसार, तस्करों और ठगों के लिए यह शुभ समय होगा, जबकि गुप्तचर और सुरक्षा अधिकारियों के लिए यह कष्टप्रद रहेगा। संक्रामक रोगों का असर बढ़ेगा और कृषि में कीटों के कारण फसल में कमी आएगी।
क्या की गई भविष्यवाणी
वर्ष के राजा सूर्य होने के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही दुर्घटनाओं का खतरा भी रहेगा। गर्मी अधिक रहेगी और कई क्षेत्रों में बाढ़ और सूखा जैसी परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। कृषि क्षेत्र में सामान्य फसल होगी और किसानों को उपकरणों पर अनुदान मिलेगा। शनि का मीन राशि में प्रवेश होने पर कुछ राशियों पर विशेष असर पड़ेगा, जबकि कुछ राशियां राहत महसूस करेंगी।
समारोह में पूर्व विधायक हरेंद्र निनामा, सरपंच मनोहर लाल डोडियार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने अतिथियों का स्वागत किया। थानेदार रमेशचंद्र पाटीदार ने साइबर ठगी से बचने के उपाय भी बताए।
यह भी पढ़ें: अजमेर में धूम-धाम से मनाई गई मकर संक्रांति, पतंगों से गुलजार रहा आसमान; मंदिरों में उमड़ा जनसैलाब
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।