Rajasthan News: भूल-भुलैया बना रणथंभौर टाइगर रिजर्व, 12 साल में लापता हुए 35 बाघ-बाघिन
सवाईमाधोपुर रणथंभौर टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या कम होती जा रही है धीरे-धीरे यहां के बाघ कहीं गायब होते जा रहे हैं। पिछले 12 सालों में यहां 35 बाघ ...और पढ़ें

कोटा, जागरण संवाददाता। राजस्थान के सवाईमाधोपुर में स्थित रणथंभौर टाइगर रिजर्व बाघ-बाघिन के लिए भूल-भुलैया बनता जा रहा है। यहां काफी समय पहले लापता हुए बाघ-बाघिन अब तक नहीं ढूंढे जा सके हैं। ऐसे में अब बीजेपी नेता सतीश पूनिया ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से मामले जांच के लिए अनुरोध किया है।
वन विभाग को कोई जानकारी नहीं
टाइगर रिजर्व में बाघों को कोड दिए जाते हैं। इन कोड के मुताबिक, करीब 6 महीने से बाघिन टी-54 लापता है। यहां तक कि बाघिन का रेडियो कालर भी काम नहीं कर रहा है। वन विभाग की टीम को दो अक्टूबर, 2022 के बाद बाघिन टी-54 कैमरे में भी दूर-दूर तक नहीं दिख रही है।
बाघिन के पगमार्क भी नहीं मिले हैं। इससे पहले पिछले साल बाघिन -138, बाघ टी-3, बाघ टी-131, बाघिन टी-99 के दो शावक व टी-79 के शावक गायब हो चुके हैं। रिपोर्ट के हिसाब से पिछले साल तक टी-6,टी-21,टी-40,टी-43,टी-55,टी-77,टी-88,टी-89,टी-26,टी-29,टी-17,टी-22,टी-27,टी-31,टी-49,टी-50,टी-53,टी-67,टी-70,टी-76,टी-78,टी-81,टी-82,टी-90,टी-51,टी-42,टी-47 और टी-13 लापता हुए हैं।
बीजेपी नेता सतीश पूनिया ने वन मंत्री से की जांच की मांग
बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इन बाघों के शिकार होने की आशंका जताते हुए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से जांच करवाने का आग्रह किया है। पूनिया का कहना है कि लापता बाघों की स्थिति,बाघों के ट्रेकिंग सिस्टम,लापरवाही बरतने वाले वनकर्मियों सहित सभी विषयों की जांच होनी चाहिए। इस साल जनवरी के महीने में बाघ टी-57 और बाघिन टी-114 मृत मिले हैं। इनकी मौत के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है।
वन मंत्री ने अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
तो वहीं राजस्थान के वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने भी कहा कि सरकार की तरफ से इसके लिए जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि वन्यजीवों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। तो वहीं पिछले छह महीने से लापता बाघिन टी-54 के मामले में रणथंभौर में तालेड़ा के रेंजर रामखिलाड़ी मीणा का कहना है कि बाघिन पिछले कुछ समय से दिखाई नहीं दे रही है। बाघिन की ट्रेकिंग के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।