'ऐसा सलूक नहीं करना चाहिए', वांगचुक की रिहाई की मांग लेकर तिरंगा हाथ में लिए जोधपुर जेल के बाहर पहुंचा समर्थक
लद्दाख के एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक के समर्थन में एक व्यक्ति जोधपुर जेल के बाहर तिरंगा लेकर पहुंचा जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। चूरू निवासी विजयपाल नामक इस व्यक्ति ने खुद को आरएसएस कार्यकर्ता बताया और वांगचुक के समर्थन में नारे लगाए। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लद्दाख के एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक का एक समर्थक शनिवार को जोधपुर जेल के बाहर हाथ में तिरंगा लेकर पहुंच गया, जिसको पुलिस ने पकड़ा है। युवक की पहचान राजस्थान की चूरू जिले के सुजानगढ़ निवासी विजयपाल के रूप में हुई है। जयपाल में स्वयं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता बताया है।
विजयपाल ने कहा कि सोनम वांगचुक को जो लोग नहीं जानते हैं वो भी अब उनके जेल जाने से पहचान जाएंगे। गृह मंत्रालय के निर्देश पर गिरफ्तारी के बाद एक्टिविस्ट वांगचुक को लद्दाख से 977 किमी दूर शुक्रवार को रात में जोधपुर की सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया। जिसके बाद शनिवार सवेरे एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक का एक समर्थक जोधपुर जेल के बाहर हाथ में तिरंगा लेकर पहुंच गया।
'ऐसा सलूक नहीं होना चाहिए'
उसने कहा कि जो व्यक्ति देश के लिए काम करता है उसके साथ ऐसा सलूक नहीं होना चाहिए। जेल के बाहर विजयपाल ने नारेबाजी करते हुए रिहा करने और उसके साथ होने के नारे लगाए। स्थानीय रातानाड़ा थाना पुलिस को भनक लगते ही उसे डिटेन कर लिया गया और थाना ले जाया गया।
पुलिस ने क्या बताया?
थानाधिकारी दिनेश लखावत ने बताया कि विजयपाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार विजयपाल नाम का व्यक्ति राजस्थान के चूरू जिले के सुजानगढ़ के रहने वाला है। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रचारक रह चुका है और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रदेश - सह मंत्री भी रह चुका है।
जोधपुर की जेल देश की सबसे सुरक्षित जिलों में गिनी जाती है। यहां कई कुख्यात अपराधियों के साथ - साथ कई राजनीतिक और सेलिब्रिटी भी रह चुके हैं। यहां पर प्रो सैफुद्दीन सोज, अब्दुलगनी लोन, हरचरण सिंह लोंगेवाला को यहां पर रखा गया था। इसके अलावा सलमान खान और आसाराम को भी जोधपुर की जेल में रखा गया था।
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