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    राजस्थान में विस.चुनाव की तैयारियां शुरू, कांग्रेस और भाजपा की तैयारियों के बीच तीसरा मोर्चा बनाने में जुटे नेता

    By Priti JhaEdited By:
    Updated: Fri, 10 Dec 2021 02:27 PM (IST)

    राजस्थान में दो साल पहले ही विस.चुनाव की तैयारियां शुरू कांग्रेस और भाजपा की तैयारियों के बीच तीसरा मोर्चा बनाने में जुटे नेता भाजपा ने जयपुर में 10 हजार प्रतिनिधियों का सम्मेलन कर चुनावी तैयारियों का आगाज किया। इस सम्मेलन को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संबोधित किया था ।

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    राजस्थान में विस.चुनाव की तैयारियां शुरू में

    जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव दो साल बाद होने हैं। लेकिन राजनीतिक पार्टियों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। भाजपा ने पिछले दिनों जयपुर में 10 हजार प्रतिनिधियों का सम्मेलन कर चुनावी तैयारियों का आगाज किया। इस सम्मेलन को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संबोधित किया था। अब रविवार को कांग्रेस महंगाई के खिलाफ बड़ी रैली कर रही है। इस रैली को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई नेता संबोधित करेंगे। दोनों बड़ी पार्टियों के साथ ही छोटे-छोटे दलों ने मजबूत तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद शुरू की है। यह मोर्चा दोनों बड़े दलों को चुनौती देते हुए सरकार बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहता है।

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    सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल,भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के प्रमुख बेलाराम धोधरा और राजनीतिक रणनीतिकार चंद्रराज सिंघवी मिलकर राज्य में तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह नेता विधानसभा की 20 से 25 सीटों पर कब्जा कर सशक्त तीसरा मोर्चा बनाने की रणनीति बना रहे हैं। इसके तहत बेनीवाल जाट बहुल नागौर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर जिलों में छोटी-बड़ी बैठक कर रहे हैं। बेनीवाल की पार्टी की वर्तमान में तीन विधानसभा सीटें हैं।

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    राजस्थान प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में 12 दिसंबर की रैली की तैयारी जोरों पर है। जो भी कार्यकर्ता अपनी बात पर जोर देता है कांग्रेस में उसे बैठा देने का चलन है। बात वही मानी जाती है जिस पर कांग्रेस के मालिकों की मुहर होती है। कांग्रेस का लोकतंत्र जिस डिब्बे में तालाबंद रखा है, उसकी चाबी कब की खो चुकी है। #Rajasthan - Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) 9 Dec 2021

    कांग्रेस और भाजपा का विकल्प बनने की कोशिश के तहत ही बेनीवाल ने जाट समाज के युवाओं पर अपनी पकड़ मजबूत बनाई है। बीटीपी आदिवासी बहुल डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ व उदयपुर जिलों में सक्रिय हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में बीटीपी ने दो सीटें जीती थी। लेकिन उसके बाद से आदिवासी बहुल इलाकों में पार्टी का जनाधार बढ़ रहा है। विशेषकर आदिवासी युवा वर्ग बीटीपी से जुड़ रहा है। पिछले कई सालों से राज्य के प्रमुख रणनीतिकारों में शामिल चंद्रराज सिंघवी बेनीवाल और बीटीपी के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद में जुटे हैं। सिंघवी कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव,भाजपा की तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे के राजनीतिक सलाहकार और बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष रहे हैं ।