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    Rajasthan: चित्तौड़गढ़ के जिंक प्लांट से गैस रिसाव से आंखों में जलन, फसलों को नुकसान; ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

    By Sachin Kumar MishraEdited By:
    Updated: Sat, 26 Dec 2020 02:46 PM (IST)

    Rajasthan जिंक प्लांट से गैस के रिसाव के बाद प्लांट के आसपास रहने वाले लोगों की आंखों में जलन होने लगी। साथ ही कई किलोमीटर क्षेत्र में उगी फसल को भी ...और पढ़ें

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    चित्तौड़गढ़ के जिंक प्लांट से गैस रिसाव को लेकर प्रदर्शन। फाइल फोटो

    उदयपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan: राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के पुठोली गांव स्थित जिंक प्लांट से गैस के रिसाव के बाद प्लांट के आसपास रहने वाले लोगों की आंखों में जलन होने लगी। साथ ही, कई किलोमीटर क्षेत्र में उगी फसल को भी नुकसान पहुंचा है। जिसको लेकर शनिवार को पुठोलीवासियों ने जिंक प्लांट पहुंचकर विरोध जताया तथा फसलों के नुकसान को लेकर मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। ग्रामीणों के प्रदर्शन को लेकर प्लांट प्रशासन ने पुलिस बल मौके पर बुलाया। पुलिस प्लांट प्रशासन व प्रदर्शनकारी ग्रामीणों के बीच समझौता वार्ता कराने में लगी है। बताया गया कि चित्तौड़गढ़ जिले के पुठोली गांव स्थित जिंक प्लांट से शुक्रवार शाम से गैस रिसाव शुरू हो गया था।

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    जिसके दुष्प्रभाव से ग्रामीणों की आंखों में जलन की शिकायत के साथ जी मचलाने की शिकायत होने लगी। गैस के प्रभाव से पुठोली ही नहीं, बल्कि मूंगा का खेड़ा, आजोलिया का खेड़ा सहित आसपास के गांवों के लोगों की तबियत बिगड़ने लगी। इसकी चित्तौड़गढ़। पुठोली स्थित उधोग से हुवे गैस रिसाव के बाद प्लांट के आस-पास के ग्रामीणों में आंखों में जलन की शिकायत हुई है। वहीं, फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। इसके विरोध में आसपास के ग्रामीणों ने पुठोली स्थित जिंक प्लांट पहुंच कट विरोध प्रदर्शन किया। जिसकी जानकारी ग्रामीणों ने प्लांट प्रबंधन के साथ चित्तौड़गढ़ के जिला कलेक्टर केके शर्मा और चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या को सूचना दी। प्लांट प्रबंधन ने तत्काल गैस के रिसाव को रोका।

    इधर, शनिवार सुबह लोगों ने जिंक प्लांट के मुख्य गेट पर चंदेरिया से जिला परिषद के पार्षद पूरणसिंह राणा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि गैस रिसाव से लोग ही प्रभावित नहीं हुए बल्कि फसल भी प्रभावित हुई है। उन्होंने फसलों में पहुंचे नुकसान को लेकर मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। इधर, जिंक प्लांट प्रबंधन ने ग्रामीणों के आक्रोशित होने की आशंका जताते हुए पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। जिसके बाद उद्योग की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया। लोगों का कहना है कि लगभग साठ एकड़ भूमि पर उगी फसल को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। रावतों का चौकिया गांव में उगी फसल पूरी तरह गैस के प्रभाव के चलते नष्ट हो चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि जिंक प्रबंधन किसी कृषि विशेषज्ञ के जरिए प्रभावित फसल का निरीक्षण कराए तथा प्रभावित लोगों को मुआवजा प्रदान करे। पुलिस प्लांट प्रबंधन और किसान प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों के बीच समझौता वार्ता कराने के प्रयास में जुटी है।