Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    राजस्थान में लगेगा दुनिया का पहला औद्योगिक जिंक पार्क, चित्तौड़गढ़ में होगी स्थापना; दो लाख लोगों को मिलेगा रोजगार

    Updated: Tue, 10 Dec 2024 10:00 PM (IST)

    राजस्थान में दुनिया का पहला औद्योगिक जिंक पार्क विकसित होगा। यह पार्क चित्तौड़गढ़ जिले के चंदेरिया में स्थापित होगा। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में शामिल वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने इसका एलान किया। उन्होंने बताया कि वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक इसकी स्थापना करेगी। हिंदुस्तान जिंक वर्तमान में 10 लाख टन जिंक प्रतिवर्ष बना रही है।

    Hero Image
    चित्तौड़गढ़ में स्थापित होगा जिंक पार्क (फोटो: हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड)

    जागरण संवाददाता, जयपुर। वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक राजस्थान में दुनिया का पहला औद्योगिक जिंक पार्क विकसित करेगी। रिन्युअल एनर्जी से संचालित होने वाला पार्क चित्तौड़गढ़ जिले के चंदेरिया में स्थापित होगा।

    इससे जिंक, लेड, सिल्वर सहित अन्य उत्पादों की आपूर्ति की जाएगी। तीन दिवसीय राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में शामिल वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि जिंक पार्क सहित अन्य परियोजनाओं में समूह एक लाख करोड़ रुपये का राजस्थान में निवेश करेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लोगों को मिलेगा रोजगार

    इससे दो लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान जिंक वर्तमान में 10 लाख टन जिंक प्रतिवर्ष बना रही है। अब इसे 20 लाख टन तक ले जाने का लक्ष्य है।

    समिट में शामिल होने पहुंचे टाटा पावर के प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा कि हम प्रदेश में 1.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। हमारा लक्ष्य आगामी पांच साल में 10 लाख घरों को रूफ टॉप सोलर से जोड़ने का है। इसके लिए सोलर पावर प्लांट लगाएंगे।

    सोलर पार्क को भी मंजूरी

    उन्होंने कहा कि पीएम सूर्य घर योजना में टाटा पावर शामिल होगी। उधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में दो हजार मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क को मंजूरी देने की बात कही है। इस पार्क में केंद्र सरकार की 30 प्रतिशत भागीदारी होगी।

    उन्होंने कहा कि उर्जा के क्षेत्र में केंद्रीय उपक्रमों के साथ चार लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए गए हैं। राजस्थान मूल के पीरामल समूह के चेयरमैन अजय पीरामल ने कहा कि वर्ष 1920 में मेरे दादा झुंझुनूं के बगड़ से 50 रुपये लेकर मुंबई पहुंचे और वहां व्यापार शुरू किया। फिर उन्होंने गांव में स्कूल की स्थापना की। पीरामल परिवार अब भी अपनी मातृभूमि से जुड़ा हुआ है।

    मानव विकास सूचकांक में राजस्थान पीछे

    राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में प्रवासी राजस्थानियों से जुड़े एक सत्र में पीरामल ने कहा कि मानव विकास सूचकांक में राजस्थान अभी पीछे है। पीरामल समूह ने पहले झुंझ़ुनूं में काम किया, अब पूरे प्रदेश में काम कर रहे हैं।

    नेपाल के सांसद बिनोद चौधरी ने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों ने प्रदेश की संस्कृति और विरासत के वाहक के रूप में देश-दुनिया में उद्यमिता के क्षेत्र में विशेष पहचान बनाई है। राजस्थान बिजनेस एवं प्रोफेशनल्स समृह, दुबई के चेयरमैन अशोक ओढ़रानी ने कहा कि हमारी सभ्यता और संस्कृति ही हमारी सफलता का आधार है।