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    Rajasthan: गूगल मैप के सहारे अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंचा, बीएसएफ ने पूछताछ के बाद छोड़ा

    By Sachin Kumar MishraEdited By:
    Updated: Sun, 08 May 2022 06:35 PM (IST)

    Rajasthan बाड़मेर जिले से सटे पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में गूगल मैप के सहारे रास्ता खोजकर आगे बढ़ना एक यात्री को भारी पड़ गया। ओडिशा निवासी शेख वासिफ गू ...और पढ़ें

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    गूगल मैप के सहारे अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंचा। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में बाड़मेर जिले से सटे पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में गूगल मैप के सहारे रास्ता खोजकर आगे बढ़ना एक यात्री को भारी पड़ गया। ओडिशा निवासी शेख वासिफ फरवरी में साइकिल से सऊदी अरब तक की यात्रा पर निकला है। वह भारत से पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान, ईरान और इराक होते हुए सऊदी अरब तक की यात्रा पर निकला है। उसके पास टूरिस्ट वीजा है। वह गूगल मैप के सहारे आगे बढ़ रहा था, लेकिन बाड़मेर में रास्ता भटक कर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट प्रतिबंधित गांव गागरिया में पहुंच गया। सुरक्षा के लिहाज से इस गांव में अजनबी व्यक्ति के प्रवेश पर प्रतिबंध है।

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    बीएसएफ ने पूछताछ के बाद छोड़ा

    गागरिया गांव में शुक्रवार को पुलिस और सीमा सुरक्षा बल की नजर वासिफ पर पड़ी तो उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। हालांकि बाद में उसे शनिवार को छोड़ दिया गया। वासिफ ने पुलिस को बताया कि वह बाड़मेर के रास्ते पाकिस्तान होकर मक्का-मदीना जाना चाहता था, लेकिन गूगल मैप पर भटककर गागरिया गांव में पहुंच गया। वासिफ प्रतिबंधित क्षेत्र में 70 किलोमीटर अंदर तक चला गया। बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि वासिफ मक्का-मदीना की यात्रा पर साइकिल से निकला है। वह प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंच गया था। रामसर थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की। पूछताछ में उसके पास टूरिस्ट वीजा सहित अन्य दस्तावेज मिले, सभी दस्तावेज सही थे। इस कारण उसे छोड़ दिया गया।

    गौरतलब है कि भीषण गर्मी और लू के बीच बीएसएफ के जवान मुस्तैदी से सीमा की चौकसी कर रहे हैं। भीषण गर्मी में बचाव के लिए जवानों के पास सहारा नींबू, पानी, प्याज और छाछ है। नींबू-पानी और प्याज नियमित रूप से जवानों को बीएसएफ द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है। वहीं, छाछ आसपास के ग्रामीण जवानों तक पहुंचा रहे हैं। बीएसएफ ने लू से बचाव के लिए ठंडी जैकेट भी उपलब्ध करवाई है। यह जैकेट सूती कपड़े की बनी होती है, जिसमें प्याज, नींबू और अन्य सामान रखने की सुविधा होती है।