Udaipur Killing: उदयपुर हत्याकांड में अब तक क्या-क्या सामने आया, पाकिस्तान से भी है कनेक्शन
Udaipur Murder Case उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) की हत्या के मामले में जांच अभी भी जारी है। जांच के दौरान कई तरह के अहम खुलासे हो चुके हैं। जिसमें दोनों हत्यारों का पाकिस्तान (Pakistan) कनेक्शन भी सामने आया है।

नई दिल्ली, जागरण आनलाइन डेस्क। राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या की जांच की जा रही है। इस हत्या को लेकर अब तक कई तरह के खुलासे हो चुके हैं। जांच टीम को ये भी पता चला है कि उदयपुर में दर्जी की हत्या को अंजाम देने वाले हमलावर पाकिस्तान में बैठे आकाओं के इशारे पर काम करते थे। हत्यारा गौस मोहम्मद ने 2014 में पाकिस्तान में दावत इस्लामिक के जुलूस में भी शामिल हुआ था। हत्या के दोनों आरोपी नुपुर शर्मा के बयान के बाद से ही कुछ बड़ा करने का प्लान तैयार कर रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी गौस मोहम्मद चिटफंड के जरिए पैसा जमा करता था। गौस ने किन लोगों के पैसे जमा किए हैं फिलजार जांच एंजेंसियां इसका पता लगाने में लगी हुई हैं। हम आपको बताते हैं कि इस हत्याकांड को लेकर अब तक क्या-क्या बातें सामने आ चुकी हैं।
कन्हैया लाल मर्डर केस की जांच में सामने आयी ये अहम बातें -
- दहशत फैलाने के मकसद से दोनों हत्यारे कन्हैया लाल की लाइव हत्या करना चाहते थे। दोनों अपने धर्म के नायक बनना चाहते थे।
- दोनों हत्यारे रियाज और गौस मोहम्मद कई बार कन्हैया लाल की हत्या के लिए रेकी कर चुके थे।
- वर्ष 2014 में हत्यारा गौस मोहम्मद 30 लोगों की टीम के साथ पाकिस्तान गया था। यहां इन सभी ने दावत इस्लामिक के एक जुलूस में शिरकत की थी।
- उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड मामले में एसआईटी जांच में सामने आया है कि नूपुर शर्मा के बयान के बाद से ही हत्यारे कुछ बड़ा करने की तैयारी में थे।
- कन्हैया लाल मर्डर केस के हत्यारे रियाज और मोहम्मद गौस ने बताया कि हत्या करने के बाद वे उदयपुर के सपेटिया इलाके में गए थे जहां शोएब नाम के शख्स का ऑफिस है।
- दोनों हत्यारों ने शोएब के ऑफिस में बैठकर हथियारों के साथ कबूलनामा का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था। 17 जून को बना एक वीडियो भी इस ऑफिस से वायरल हुआ था।
- पुलिस को इसी ऑफिस से हथियार बरामद हुए थे।
- उदयपुर हत्याकांड का आरोपी गौस मोहम्मद चिटफंड के जरिए पैसे वसूल कर रहा था। पिछले कई सालों से वह खुद की दुकान भी चलाते थे और चिटफंड से पैसे भी इकट्ठा करते थे।
- जांच एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि गौस ने किससे पैसा वसूल किया था और इस पैसे का क्या इस्तेमाल हुआ।
- रियाज और मोहम्मद गौस कई ऐसे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे, जिनमें पाकिस्तान समेत कई अन्य देशों के लोग शामिल थे और ये सभी कट्टरपंथी विचारधारा वाले लोग थे। इस ग्रुप में हमेशा भड़काऊ बयान दिए जाते थे।
- कन्हैया लाल के का हत्यारा गौस मोहम्मद अपने परिजनों के साथ किशन पोल इलाके में रहता था। जबकि दूसरा आरोपी बीते 20 सालों में उदयपुर में ही कई मकान बदलता रहा।
- पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी रियाज ने लब्बैक, रसूलुल्लाह जैसे नामों से उर्दू में व्हाट्सएप ग्रुप बनाए थे, जिस पर वह लोगों को धार्मिक और भड़काऊ संदेश भेजता था। हत्यारे रियाज ने हत्या वाले दिन वीडियो वायरल करने के लिए अपने ग्रुप में कई नंबर भी जोड़े थे।
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