Ram Mandir: राम दरबार को अंतिम रूप देने में जुटे जयपुर के मूर्तिकार, प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सामने आया नया अपडेट
जयपुर के प्रख्यात कलाकार सत्यनारायण पांडे और उनके पुत्र प्रशांत पांडे करीब डेढ़ दर्जन मूर्तिकारों की टीम के साथ मकराना के सफेद संगमरमर की मूर्तियों को गढ़ने में तल्लीनता से लगे हुए हैं। अगले महीने मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा होने की संभावना है। प्रशांत ने कहा कि राम दरबार में भगवान राम सहित कुल 20 मूर्तियों को गढ़ने का काम अब अंतिम रूप में है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। धार्मिक नगरी अयोध्या में राम मंदिर के पहले तल पर स्थापित होने वाले राम दरबार की मूर्तियों को अंतिम रूप देने का काम तेजी से चल रहा है। जयपुर के प्रख्यात कलाकार सत्यनारायण पांडे और उनके पुत्र प्रशांत पांडे करीब डेढ़ दर्जन मूर्तिकारों की टीम के साथ मकराना के सफेद संगमरमर की मूर्तियों को गढ़ने में तल्लीनता से लगे हुए हैं।
राम और माता सीता सिंहासन पर विराजमान होंगे
अगले महीने मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा होने की संभावना है। प्रशांत ने कहा कि राम दरबार में भगवान राम सहित कुल 20 मूर्तियों को गढ़ने का काम अब अंतिम रूप में है। भगवान राम की भाव भंगिमा को सजीव रूप से प्रस्तुत करने का प्रयास किया जा रहा है। इनमें भगवान राम और माता सीता सिंहासन पर विराजमान होंगे।
मंदिर में एक सप्तऋषि मंडल विराजमान होगा
उनके चरण में हनुमान जी बैठे होंगे, साथ ही लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न पास खड़े दिखाई देंगे। अन्य मूर्तियों में भगवान सूर्य, माता अन्नपूर्णा, सबरी, वाल्मीकि एवं विश्वामित्र प्रमुख हैं। मंदिर में एक सप्तऋषि मंडल उसी क्रम में विराजमान होगा, जैसा ब्रह्मांड में नजर आता है। राम दरबार की सुंदरता को बढ़ाने के लिए कला की बारीकियों और अलंकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मकराना के संगमरमर में होती है प्राकृतिक चमकराजस्थान के मकराना का सफेद संगमरमर गुणवत्ता और सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इसमें प्राकृतिक चमक और एकसमान रंग होता है। यह समय के साथ आसानी से टूटता या खराब नहीं होता। यह पानी और दाग-धब्बों का प्रतिरोधी होता है।
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