Udaipur: राजसमंद जिले में रेत माफिया ने अवैध खनन का विरोध करने पर युवक को ट्रेक्टर से कुचला
अवैध खनन का विरोध करने पर एक युवक की ट्रेक्टर से कुचलकर हत्या कर दी। मिली जानकारी के अनुसार राजसमंद जिले के आमेट कस्बे का युवक मनीष पालीवाल (32) वर्ष पुत्र नंदलाल पालीवाल सोमवार रात दस बजे अपने खेतों को संभालने तथा भैंसों को पानी पिलाने के लिए गया।
उदयपुर, राज्य ब्यूरो। समीपवर्ती राजसमंद जिले में बीती रात रेत माफिया ने अवैध खनन का विरोध करने पर एक युवक की ट्रेक्टर से कुचलकर हत्या कर दी। जिसके विरोध में मंगलवार को राजसमंद जिले के आमेट क्षेत्र के लोग सड़कों पर उतर गए। वहीं मावली के भाजपा विधायक धर्मनारायण जोशी ने विधानसभा में मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा।
मिली जानकारी के अनुसार राजसमंद जिले के आमेट कस्बे का युवक युवक मनीष पालीवाल (32) वर्ष पुत्र नंदलाल पालीवाल सोमवार रात दस बजे अपने खेतों को संभालने तथा भैंसों को पानी पिलाने के लिए गया। उनका पारिवारिक खेत आमेट से गुजरने वाली चंद्रभागा नदी के किनारे स्थित है। वहां रात को उसने रेत माफिया को अवैध खनन करते देख उन्हें टोका और विरोध जताया।
जिस पर उसकी अवैध खनन कर रहे लोगों से कहासुनी हो गई। अवैध खनन करने वाले लोगों ने ना केवल उसके साथ मारपीट की, बल्कि ट्रेक्टर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद आरोपी मौके पर ट्रेक्टर छोड़कर भाग निकले। जिसका पता देर रात परिजनों को तब लगा, जब वह घंटों बाद भी घर नहीं लौटा तो वह उसकी तलाश के लिए खेत जा रहे थे।
घटना को लेकर लोगों में आक्रोश, पांच थानों की पुलिस तैनात
इस घटना को लेकर परिजनों और लोगों में गहरा आक्रोश हैं। उन्होंने मंगलवार को आमेट के हॉस्पिटल के सामने सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन कर यातायात अवरूद्ध कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा समझाइश में जुट गई। पुलिस ने लोगों को आश्वासन दिया कि हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। इसके बावजूद लोग नहीं माने तो आमेट के अलावा समीपवर्ती देवगढ़, चारभुजाजी सहित आसपास के पांच थानों की पुलिस को आमेट बुला लिया गया।
राजसमंद जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना तथा पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी भी दोपहर बाद आमेट पहुंचे और लोगों से समझाइश में जुटे हुए हैं। समाचार लिखे जाने तक प्रदर्शनकारी सड़क पर जमे हुए हैं और अभी तक मृतक का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। घटना के विरोध में अस्पताल में सामने काफी संख्या में समाज के परिवार के लोग जमा हुए है। आरोपियों की कार्रवाई और मांगों लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद है।
छह सूत्री मांगों को लेकर अड़े लोग, अभी तक बात नहीं बनी
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने उपखंड अधिकारी कार्यालय में आमेट कस्बे के लोगों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया है। जिसमें लोगों की ओर से छह सूत्री मांगें रखी गई हैं। अंदर वार्ता जारी है, वहीं आक्रोशित भीड़ उपखंड कार्यालय को घेरे खड़ी हुई प्रदर्शन कर रही है। समाचार लिखे जाने तक किसी तरह का समझौता नहीं हुआ हे। लोगों ने शव का घटनास्थल पर रखकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
बताया गया कि प्रदर्शनकारियों ने पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए के आर्थिक मुआवजे के साथ मृतक मनीष की पत्नी अंजली को सरकारी नौकरी दिलाए जाने, रेत के अवैध खनन करने वाले ट्रेक्टर मालिक, उसके चालक तथा अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तथा उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया।
साथ ही आरोपियों की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया जाने के साथ आमेट थाने में नए कर्मचारियों को लगाने तथा रेत माफिया से आमेट को मुक्त कराए जाने की मांग की है।
2012 में भी रेत माफिया ने विवाहिता की ले ली थी जान
लोगों ने बताया कि रेत माफिया द्वारा अवैध खनन का विरोध करने पर किसी की जान लेने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले साल 2012 में रेत माफिया ने सुन्दर बाई पत्नी राजाराम पालीवाल की भी निर्मम तरीके से हत्या कर दी थी। लोगों ने उस घटना को एक बार फिर उस घटना की जांच नए सिरे से कराए जाने की मांग की है।