Alwar Ancient Temple Demolition: 300 साल पुराने मंदिर को ढहाए जाने पर मचा सियासी बवाल, भाजपा सांसद का बयान- मंदिरों का हो पुनर्निर्माण
Alwar temple demolition News राजस्थान में अलवर जिले के राजगढ़ में शुक्रवार को तीन मंदिरों और 100 दुकानों व मकानों पर बुलडोजर चलवा दिया गया। इनमें एक म ...और पढ़ें

राजगढ़, एएनआइ। राजस्थान के अलवर में शुक्रवार को तीन मंदिरों और 100 दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया था। इनमें एक मंदिर 300 वर्ष पुराना बताया जा रहा है। राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष सतीश गुरिया ने मंदिर तोड़े जाने को लेकर अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि मंदिरों को गिराने के प्रस्ताव में राजगढ़ नगर पालिका का कोई हाथ नहीं है। सतीश गुरिया ने कहा कि “मेरे और बोर्ड के खिलाफ आरोप निराधार हैं। बोर्ड ने कभी भी मंदिरों को गिराने को लेकर अपने प्रस्ताव में उल्लेख नहीं किया। सब कुछ प्रशासन द्वारा किया गया था। कांग्रेस का राजगढ़ में कभी कोई बोर्ड नहीं था, यह उनका सपना है। ”
Demolition Of Alwar Temple LIVE Updates:
1:40PM- अलवर में भाजपा सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती का कहना है कि सीएम और जिला प्रशासन को माफी मांगनी चाहिए और मंदिरों का पुनर्निर्माण करना चाहिए और मूर्तियों को पूरे सम्मान के साथ वापस स्थापित करना चाहिए। संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए हमारे विधायक राज्यपाल को ज्ञापन देंगे।भाजपा सांसद ने कहा हम मांग करते हैं कि जिन अधिकारियों ने यह (विध्वंस अभियान) किया, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए। जिनके पास कानूनी दस्तावेज हैं लेकिन उनके घर तबाह हो गए हैं उन्हें मुआवजा और जगह दी जानी चाहिए।
11: 36 AM- भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने अलवर जिले के राजगढ़ में शिव मंदिर के उस हिस्से का दौरा किया, जिसे कल ध्वस्त कर दिया गया था।
9: 02 AM- अलवर की घटना पर गोवा के सीएम प्रमोद सावंत का बयान:
कांग्रेस सरकार द्वारा एक प्राचीन मंदिर का विध्वंस सही नहीं है। गोवा में, हम पुर्तगालियों द्वारा तोड़े गए मंदिरों को फिर से बनाने और पुनर्स्थापित करने का प्रयास करेंगे। हम राज्य की सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करेंगे; इसके लिए 20 करोड़ रुपये रखे गए।
8:56 AM- अलवर में मंदिर ध्वस्त करने को लेकर भाजपा सांसद किरोड़ी मीणा का बयान- हम यहां अलवर में रात भर धरने पर थे लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। अशोक गहलोत ने घरों और एक मंदिर को ध्वस्त करने के लिए एक बुलडोजर लगाया, जबकि वह अन्य राज्यों में बुलडोजर की निंदा करते रहे हैं।
जानें क्या है मामला
दिल्ली, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश की सरकारों ने अवैध कब्जों को लेकर बुलडोजर चलाया तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इसके पक्ष में खड़े हो गए हैं। शुक्रवार को राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ इलाके में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तीन मंदिरों और 100 दुकानों पर बुलडोजर चला दिया। इनमें एक मंदिर 300 वर्ष पुराना बताया जा रहा है। इतना ही नहीं मंदिर में स्थापित शिवलिंग को भी कटर से काटा गया जिससे उसके कई हिस्से हो गए। इसी प्रकार अन्य मूर्तियों को भी तोड़फोड़कर कचरे में डाल दिया गया। अतिक्रमण हटाने वाले सरकारी कर्मचारियों ने जूते पहन मंदिर में प्रवेश किया और सब तहस नहस कर दिया। बता दें कि ये तोड़ फोड़ बिना नोटिस दिए गए अचानक ही शुरू कर दी गई।
प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध करते हुए हिंदू संगठनों ने राजगढ़ के कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा, उपखण्ड अधिकारी केशव कुमार मीणा और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी बी.एल.मीणा के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इन पर साजिश के तहत मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया गया है। हालांकि इस पर प्रशासन का कहना है कि सड़क को चौड़ा करने के लिए अतिक्रमण हटाया गया है। वहीं बृज भूमि कल्याण परिषद के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया है कि ये सरकार हिंदू विरोधी है।

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