Rajasthan: इम्युनिटी बढ़ाने के लिए हर घर औषधीय और आयुर्वेदिक पौधे वितरित करेगी राजस्थान सरकार
Rajasthan राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने राज्यभर में आयुर्वेदिक और औषाधीय जड़ी बूटियों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए घर-घर औषधि नाम से योजना बनाई है। इस योजना के तहत प्रत्येक घर में औषधीय पौधों का वितरण होगा।
जागरण संवाददाता, जयपुर। कोरोना की दूसरी लहर के बीच राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने राज्यभर में आयुर्वेदिक और औषाधीय जड़ी बूटियों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए घर-घर औषधि नाम से योजना बनाई है। इस योजना के तहत प्रत्येक घर में औषधीय पौधों का वितरण होगा। इसके लिए राज्य सरकार ने 210 करोड़ के बजट का प्रावधान किया है। पहले चरण में 30 लाख से ज्यादा पौधों के वितरण की योजना है। राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि एलोपैथिक के साथ आयुर्वेद को भी कोरोना से बचने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी के तहत वन विभाग तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय और कालमेघ जैसे पौधों का वितरण होगा। लोगों की प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह योजना चलाने का निर्णय लिया गया है। औषधीय पौधों का दैनिक जीवन में उपयोग बढ़ाने, लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने और उन्हें रोगों से मुक्त रखने के लिए वन और आयुर्वेद अधिकारी घर-घर पौधे वितरित किए जाएंगे।
प्रत्येक परिवार को पांच साल की अवधि में 25 पौधे वितरित किए जाएंगे। शुरुआत में प्रत्येक घर को आठ पौधे दिए जाएंगे। सरकार के पास रिकॉर्ड रखने के लिहाज से लाभार्थी के आधार कार्ड की प्रति अधिकारी अपने पास रखेंगे। वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने बताया कि योजना को अमल में लाने के लिए जिला स्तर पर टास्क फोर्स गठित करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। वन विभाग अब तक केवल छायादार और फलदार पौधों का ही वितरण करता रहा है, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान प्रदेशवासियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिहाज से औषधीय पौधे वितरित किए जा रहे हैं। सरकार का मानना है कि प्रत्येक घर में औषधीय पौधे होने से लोग इन्हें रोगों से दूर रहने के काम में लेंगे, जिससे महामारी का मुकाबला किया जा सके। अगर यह अभियान सफल रहा तो फिर वन विभाग और भी कई तरह के औषधीय पौधे तैयार करवा कर वितरित करेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार द्वारा स्वीकृत बजट के साथ ही दानदाताओं का सहयोग लेने को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।