Rajasthan: मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना का राजस्थान का पहला मामला जोधपुर में निस्तारित
Rajasthan मुख्यमंत्री योजना बीमा योजना के तहत राजस्थान के जोधपुर शोक में डूबे परिवारों के लिए सरकार ने संरक्षक और मददगार का फर्ज निभाया और ढाढस बंधाते हुए सात दिन के भीतर आहत को राहत प्रदान की है।
जोधपुर, संवाद सूत्र। मुख्यमंत्री योजना बीमा योजना के तहत राजस्थान का पहला मामला जोधपुर में निस्तारित किया गया है। आठ मई को जोधपुर के काली बेरी इलाके में दो परिवारों के चार मासूमों की खान में जमा पानी में डूब जाने के कारण मौत हो गई थी। इस घटना के बाद शोक में डूबे परिवारों के लिए सरकार ने संरक्षक और मददगार का फर्ज निभाया और ढाढस बंधाते हुए सात दिन के भीतर आहत को राहत प्रदान की। जोधपुर के कालीबेरी के पाक विस्थापित भीलों की की बस्ती अंबेडकर कालोनी की, यहां के दो परिवारों ने खान में एकत्रित पानी में डूब जाने से अपने 10 से 12 वर्ष आयु के चार बच्चों को खो दिया। गोविंद के दो बेटे गोपाल (12) व टीकम (10) तथा रमेश के दो बेटे पूनमचंद (11) व युवराज (10) नौ मई को घर से निकले, लेकिन 10 मई को सुबह तलाशी पर खान में जमा पानी में डूबने से मौत हो जाने की जानकारी मिली। इस घटना की जानकारी पाते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने त्वरित संज्ञान लेते हुए संतप्त परिवारों को जल्द से जल्द आवश्यक सहायता देने के निर्देश दिए।
जोधपुर खान हादसाः शोक में डूबे परिवार को मिली राहत राशि
इस पर जोधपुर जिला प्रशासन ने सारी औपचारिकताएं पूर्ण कर मात्र एक सप्ताह में मृतकों के आश्रित परिवारों को सहायता राशि पहुंचा कर संबल प्रदान किया। इनमें भारतीय नागरिकता प्राप्त रमेश को मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना के अंतर्गत पांच लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई, जबकि इसी दुर्घटना में पाक विस्थापित गोविंद को मुख्यमंत्री से प्राप्त विशेष सहायता स्वीकृति के अनुरूप मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई। राजस्थान प्रदेश में एक मई, 2022 को ही मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना लागू हुई है और इसके अंतर्गत पहले ही माह में राजस्थान में जोधपुर का यह पहला मामला रहा, जिसमें मृतकों के आश्रित बीमित परिवार को पांच लाख रुपये का बीमा क्लेम स्वीकृत किया गया। अपने कुल दीपकों को खो देने वाले शोक संतप्त दोनों ही परिवारों ने इस सहायता के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया है और कहा कि इस मुश्किल घड़ी में उन्होंने संरक्षक के रूप में भूमिका निभाकर जो संबल प्रदान किया है उसे वे जिंदगीभर भुला नहीं पाएंगे।