Coronavirus: जयपुर में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर भाजपा का गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप
Coronavirus. भाजपा नेताओं का सवाल है कि जब सरकार भीलवाड़ा में इस रोग को काबू कर सकती है तो रामगंज में क्या परेशानी है।
जयपुर, राज्य ब्यूरो। Coronavirus. राजस्थान की राजधानी जयपुर में कोरोना पाॅजिटिव मामलों की बढ़ती संख्या को लेकर राजस्थान भाजपा यहां की कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगा रही है। भाजपा नेताओं का सवाल है कि जब सरकार भीलवाड़ा में इस रोग को काबू कर सकती है तो रामगंज में क्या परेशानी है। गौरतलब है कि रामगंज जयपुर का अल्पसंख्यक बहुल इलाका है और जयपुर में अब तक सामने आए मामलों में 95 प्रतिशत मामले इसी इलाके से सामने आए हैं।
राजस्थान में सरकार भीलवाड़ा में कोरोना पर नियंत्रण को लेकर काफी उत्साहित है और इसे काफी प्रचारित भी किया जा रहा है, लेकिन भीलवाड़ा में मिली सफलता के बाद राजधानी जयपुर में बढ़ते मामले सरकार के लिए परेशानी खड़ी कर रहे हैं। जयपुर में अब तक 183 पाॅजिटिव मामले सामने आ चुके हैं, जो पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं और हर रोज सामने आने वाले मामलों में यहीं के केस सबसे ज्यादा होते हैं। यहां के मामलों में भी 80 प्रतिशत से ज्यादा मामले जयपुर के रामगंज इलाके के होते हैं। यह क्षेत्र जयपुर के अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र हैं। यहां सरकार ने कर्फ्यू तो करीब दस दिन पहले लगा दिया था, लेकिन इसमें सख्ती पिछले दो दिन से की गई है।
भाजपा के स्थानीय नेता अब इसी बात को मुददा बना रहे हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि सरकार भीलवाड़ा मॉडल को लेकर तो क्रेडिट ले रही है, लेकिन जयपुर से रामगंज ने शर्मसार किया है और इसका मुख्यमंत्री के पास कोई जवाब नहीं है। पूनिया के अनुसार, भीलवाड़ा में इस महामारी पर रोकथाम में वहां की स्थानीय लोगों के धैर्य, पुलिस और चिकित्सा कर्मियों की मेहनत और स्थानीय जनता के अनुशासन का योगदान रहा, लेकिन जयपुर का रामगंज भी है जहां मुख्यमंत्री अब तक कुछ खास नहीं कर पाए है।
वहीं, जयपुर शहर अध्यक्ष सुनील कोठारी, विधायक रामलाल शर्मा, वरिष्ठ नेता शैलेंद्र भार्गव आदि का कहना है कि जब भीलवाड़ा में सरकार ने कठोरता से नियमों का पालन करवा कर संक्रमण को फैलने से रोक लया, तो फिर राजधानी के रामगंज इलाके में ऐसा क्या हुआ, जो सरकार इस संक्रमण का फैलाव नहीं रोक पाई और अब तो यह संक्रमण शहर के अन्य हिस्सों में भी पहुंच रहा है। यदि अब भी कठोरता से स्थिति नहीं संभाली गई तो ये संक्रमण पूरे जयपुर को ले डूबेगा।