पाकिस्तानी कपल की लाशें राजस्थान बॉर्डर के पास मिलीं, प्यास से मौत या कुछ और? जांच में जुटीं एजेंसियां
जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट 17 वर्षीय युवक और 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के शव बरामद हुए हैं। शवों के पास से पाकिस्तानी सिम कार्ड और पहचान पत्र मिले हैं जिनसे पता चला कि वे पाकिस्तान के सिंध जिले के रहने वाले थे। आशंका है कि उत्पीड़न से तंग आकर वे अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए और भूख-प्यास से उनकी मौत हो गई।

जागरण संवाददाता, जयपुर। जैसलमेर जिले में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट तनोट थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की और युवक के शव बरामद हुए हैं। दोनों शव एक सप्ताह पुराने लग रहे हैं। शवों के पास पाकिस्तानी सिम कार्ड और पहचान पत्र मिले हैं।
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि शव सीमा से लगभग 10 किलोमीटर अंदर साधेवाला में मिले। युवक का शव नाबालिग से लगभग 50 फीट दूर था। शवों के पास मिले पाकिस्तानी पहचान पत्र में युवक की जन्म तारीख तीन जनवरी 2008 और नाबालिग की 30 जुलाई 2010 दर्ज है। दोनों पहचान पत्र में पाकिस्तान का उल्लेख है।
क्या उत्पीड़न से बचकर भागे थे दोनों?
सूचना के मुताबिक, एक स्थानीय चरवाहे ने शनिवार को दोनों शव देखे और उसने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को इसकी जानकारी दी। पहचान पत्र में दी गई जानकारी के मुताबिक, जोड़ा पाकिस्तान के सिंध जिले का रहने वाला था।
पुरुष की पहचान 17 वर्षीय रवि कुमार के रूप में हुई, जबकि महिला की पहचान 15 वर्षीय शांति बाई के रूप में हुई। पाकिस्तानी मूल का एक मोबाइल फोन सिम कार्ड भी मिला। दोनों शवों को मर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस और बीएसएफ मौत के कारणों की जांच कर रही है।
आशंका है कि पाकिस्तान में उत्पीड़न से तंग आकर दोनों अवैध रूप से भारत आए हों और भूख व प्यास से उनकी मृत्यु हो गई हो। जैसलमेर और इसके आसपास का क्षेत्र पूरी तरह से रेगिस्तानी है, जहां पानी की उपलब्धता नहीं है। बीएसएफ के महानिरीक्षक एमएल गर्ग ने बताया कि यह जांच की जा रही है कि दोनों भारतीय सीमा में कैसे पहुंचे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि रवि कुमार और शांति बाई ने भारत के वीजा के लिए आवेदन किया था, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा पर तनाव बढ़ने के चलते प्रक्रिया अधर में लटक गई।
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