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    Rajasthan: अब निकाय अध्यक्ष के लिए भागदौड़ शुरू

    Local Body president in Rajasthan. निकाय अध्यक्ष का चुनाव काफी रोचक होने की उम्मीद है क्योंकि निर्वाचित ही नहीं बल्कि पार्षद का चुनाव लड़े बिना भी अध्यक्ष बनने का प्रावधान है।

    By Sachin MishraEdited By: Updated: Thu, 21 Nov 2019 12:41 PM (IST)
    Rajasthan: अब निकाय अध्यक्ष के लिए भागदौड़ शुरू

    जयपुर, जेएनएन।  Local Body president in Rajasthan. राजस्थान में 49 निकायों में पार्षद का चुनाव होने के साथ ही अब निकाय अध्यक्ष पद पर कब्जा करने के लिए भागदौड़ शुरू हो गई है। इस बार निकाय अध्यक्ष का चुनाव काफी रोचक होने की उम्मीद है, क्योंकि निर्वाचित ही नहीं, बल्कि पार्षद का चुनाव लड़े बिना भी अध्यक्ष बनने का प्रावधान किया गया है। इसकी प्रक्रिया बुधवार को नामांकन भरने के साथ शुरू हो गई। गुरुवार को नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है। निकाय चुनाव के परिणाम मंगलवार को घोषित हुए थे। इसमें 20 स्थानों पर कांग्रेस और छह स्थानों पर भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला था। बाकी बचे 23 निकायों में दोनों दलों को निर्दलियों के साथ मिलकर स्थानीय सरकार बनानी है।

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    यही कारण है कि दोनों दलों के वरिष्ठ नेता अब 26 नवंबर तक अपने-अपने क्षेत्रों में जोड़तोड़ में जुटे हुए हैं। दोनों दलों को स्पष्ट बहुमत वाले निकायों में भी अपने पार्षदों पर कड़ी नजर रखनी पड़ रही है, क्योंकि इस चुनाव में दलबदल विरोधी कानून लागू नहीं होता। ऐसे में निकाय अध्यक्ष के चुनाव में क्रॉस वोटिंग की आशंका अंतिम समय तक बनी रहती है। दोनों दल अपने पार्षदों को कड़ी निगरानी में रख रहे हैं। इन्हें एक साथ एक स्थान पर रखा जा रहा है। ज्यादातर जगह इनके मोबाइल फोन भी इनसे ले लिए गए हैं। भाजपा की बात करें तो परिणाम आने के बाद से ही प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर तथा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में बातचीत का दौर जारी है।

    चार निकायों में निर्दलीय पार्षद भाजपा और कांग्रेस से ज्यादा हैं। ऐसे में इन निकायों भरतपुर, रूपवास, पिलानी और महुआ में दोनों दल अपनी जोर आजमाइश कर रहे हैं। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि पार्टी सभी 49 निकायों में अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल करेगी। उन्होंने कहा कि कई जगह हमारी समान विचारधारा वाले पार्षद जीतकर आए हैं। उनका भी सहयोग लिया जाएगा। उधर, कांग्रेस की बात करें तो सरकार के मंत्रियों ने अपने-अपने क्षेत्रों मे कमान संभाल रखी है। वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट खुद पूरी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

    इस बीच, राज्य निर्वाचन आयोग ने 26 नवंबर को होने वाले अध्यक्ष पद के चुनाव कार्यक्रम और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी और सचिव श्याम सिंह राजपुरोहित ने बताया कि कार्यक्रम के अनुसार, रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नगरपालिका कार्यालय में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र भरने का काम शुरू हो गया है। यह गुरुवार दोपहर तीन बजे तक चलेगा। अगले दिन 22 नवंबर को इनकी जांच की जाएगी और 23 नवंबर को दोपहर तीन बजे तक नाम वापसी हो सकेगी। अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 26 नवंबर को होगा। मतदान के तुरंत बाद मतगणना करवाई जाएगी।

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