केन्द्र के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत संवारा जा रहा गुलाबी नगर जयपुर
वास्तुशिल्प सौंदर्य और जीवंत संस्कृति के इस शहर की ऐतिहासिक भव्यता को अब "स्मार्ट सिटी " के रूप में विकसित किया जा रहा है।
जयपुर, जागरण संवाददाता।18 नवम्बर,1727 को महाराज सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा स्थापित जयपुर शहर प्राचीन विरासत के साथ आधुनिकता के मिश्रण के रूप में नया आकार ले रहा है। दुनियाभर में गुलाबी नगरी के नाम से प्रसिद्ध जयपुर शहर को वास्तु के लिहाज से स्थापित देश के प्रमुख शहरों में से एक माना जाता है ।
वास्तुशिल्प सौंदर्य और जीवंत संस्कृति के इस शहर की ऐतिहासिक भव्यता को अब "स्मार्ट सिटी " के रूप में विकसित किया जा रहा है।केन्द्र सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत जयपुर में एकीकृत यातायात प्रबंधन,पुरानी चारदीवारी की भव्यता को बरकरार रखने,प्राचीन भवनों की मरम्मत,नाइट बाजार और प्राचीन पर्यटन स्थलों की भव्यता बरकरार रखने का काम किया जा रहा है। केन्द्र सरकार की स्मार्ट सिटी परियाजनों में जयपुर के अतिरिक्त कोटा,अजमेर और उदयपुर का चयन किया गया। लेकिन इनमें सबसे अधिक ध्यान जयपुर को संवारने पर दिया जा रहा है ।
प्राचीनकाल में चार दीवारी के अंदर बसे इस शहर को स्मार्ट मिशन के तहत हो रहे विकास कार्यों में स्मार्ट रोड़ बनाई जा रही है,इनमें सीसीटीवी कैमरे,वाईफाई सिस्टम, इंटेलिजेंस रोशन,पर्यावरण निगरानी प्रणाली एवं सूचना प्रदर्शन प्रणाली प्रमुख है। पैदल चलने वाले लोगों के लिए अलग से पद मार्ग विकसित हो रहे हैँ। जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ और जयुपर नगर निगम के आयुक्त रवि जैन ने बताया कि मिशन के तहत अब तक 200 करोड़ रूपए की परियोजनाएं पूरी हो चुकी।
वहीं 900 करोड रूपए की परियोजनाएं पाइप लाइन में है। उन्होंने बताया कि व्यवस्थित यातायात के लिए चार अंडरपास(सुरंगों) का विकास किया जा रहा है । इनमें जोरावर सिंह गेट और सांगानेरी गेट के बीच दो और जौहरी बाजार से रामनिवास बाग के बीच एक एवं अजमेरी गेट से किशनपोल बाजार को जोड़ने के लिए एक सुरंग बनाई जा रही है । इससे यातायात का दबाव कम होने के साथ ही पैदल चलने वालों को राहत मिलेगी। जैन ने बताया कि ट्रैफिक कंजक्शन शहर की सबसे बड़ी समस्या है,इसे कम करने के लिए चांदपोल, जयपुरिया अस्पताल और चौगान स्टेडियम में भूमिगत पार्किग का निर्माण कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि शहर में रात्रि बाजार और पारम्परिक बाजार स्थापित करने की प्रकिया भी चल रही है । इनमें स्थापित होने वाले कियोस्को में जयपुर की प्राचीन हस्तकला,जयपुरी रजाई,रत्न और खाद्ध पदार्थ पर्यटकों के लिए उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य जयपुर में पर्यटकों की वृद्धि के साथ पर्यटकों की सुविधाओं को बढ़ावा देना भी है। उन्होंने बताया कि शहर के प्रमुख पर्यटन स्थल अलबर्ट हॉल,जंतर-मंतर,रामनिवास बाग,आमेर,जयनिवास उधान,हवामहल और गोविंद देव मंदिर को सजाने-संवारने का काम जारी है ।
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