Rajasthan: उदयपुर का नारायण सेवा संस्थान कुंभ मेले में लगाएगा 50 शैयाओं का अस्थायी अस्पताल
कुंभ मेले में आयोजित नारायण सेवा संस्थान के शिविर में संस्थान के स्वयंसेवक लगातार सक्रिय रहेंगे जो तीर्थयात्रियों की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति में मदद करेंगे। कुंभ मेले में बनाए गए अस्थायी आवास स्थलों की स्वच्छता का ध्यान भी रखना शामिल है।
उदयपुर, सुभाष शर्मा। विकलांग लोगों की मदद के लिए कई दशकों से आगे रहा उदयपुर का नारायण सेवा संस्थान हरिद्वार में आयोजित कुम्भ मेले में अस्थायी अस्पताल लगाने जा रहा है। यह अस्पताल पचास बैड क्षमता का होगा। बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के जमावड़े को देखते हुए संस्थान ने अस्थायी अस्पताल लगाए जाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस अस्पताल में चिकित्सा, फिजियोथेरेपी, ऑपरेशन थिएटर, प्लास्टर रूम, प्रोस्थेसिस और ऑर्थोटिक्स और कैलिपर वर्कशॉप की सुविधाएं दी जाएंगी।
इस दौरान नारायण सेवा संस्थान नि:शुल्क माप और कृत्रिम अंग वितरण शिविर का भी आयोजन करेगा। अस्पताल की स्थापना के इस अभियान में सोशल डिस्टेंसिंग से जुड़े नियमों के साथ-साथ स्वच्छता और मास्क पहनने पर प्रमुख ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
बताया गया गया कुंभ मेले में आयोजित नारायण सेवा संस्थान के शिविर में संस्थान के स्वयंसेवक लगातार सक्रिय रहेंगे, जो तीर्थयात्रियों की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति में मदद करेंगे। जिनमें बुजुर्गों के लिए व्हील चेयर की सुविधा प्रदान करना, संतों और तीर्थयात्रियों के लिए फुट मसाज की सुविधा प्रदान करना के अलावा कुंभ मेले में बनाए गए अस्थायी आवास स्थलों की स्वच्छता का ध्यान भी रखना शामिल है। तीर्थयात्रियों को नि:शुल्क मास्क भी वितरित किए जाएंगे।
नि:शुल्क भोजन कराएगा
उदयपुर के नारायण सेवा संस्थान कुंभ मेले में आने वाले तीर्थयात्रियों तथा संतों को नि:शुल्क भोजन की सुविधा देने जा रहा है। संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल कहते हैं कि ‘‘हरिद्वार की पवित्र स्थली पर एकत्र होने वाले लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं की मदद का यह अवसर उनके संस्थान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर संस्थान लाखों तीर्थयात्रियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों की जरूरतों को भी पूरा करने का प्रयास करेंगा। एनएसएस ने दिव्यांगों और तीर्थयात्रियों के कृत्रिम अंग वितरण शिविर का आयोजन करने का निर्णय किया है। उन्होंने बताया कि संस्थान 1985 से लगातार सेवा कार्य में जुटा है और यह भविष्य में भी अनवरत जारी रहेगा।
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