Rajasthan: सुखाड़िया विश्वविद्यालय में पढ़ाया जा रहा हल्दीघाटी युद्ध में अकबर की जीत का पाठ
Rajasthan मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में इतिहास के विषय में पढ़ाया जा रहा है कि हल्दीघाटी युद्ध में अकबर की जीत हुई थी। ऐसे में इस तथ्य को लेकर फिर से विवाद खड़ा हो गया है। लेखिका ने कहा कि अब संशोधित पुस्तक में महाराणा प्रताप की जीत का जिक्र होगा।

संवाद सूत्र, उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में इतिहास के विषय में पढ़ाया जा रहा है कि हल्दीघाटी युद्ध में अकबर की जीत हुई थी। ऐसे में इस तथ्य को लेकर फिर से विवाद खड़ा हो गया है। ज्यादातर इतिहासकार इसके खिलाफ हैं और बता रहे हैं साक्ष्य यह साबित कर चुके हैं कि हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप की जीत हुई थी। विवाद के बाद पुस्तक की लेखिका और विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग की अध्यक्षा प्रो. दिग्विजय भटनागर ने सफाई दी है कि हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप की जीत हुई थी। जल्द ही संशोधन के साथ नई पुस्तक आएगी। उन्होंने 'राजस्थान के इतिहास की रूपरेखा' पुस्तक में हल्दीघाटी युद्ध में अकबर की जीत के बारे में लिखे जाने को लेकर स्पष्ट किया है कि यह पुस्तक इतिहासकारों की पूर्व में प्रकाशित पुस्तकों पर आधारित है, जिसका उन्होंने केवल संपादन किया है।
अब संशोधित पुस्तक में होगा महाराणा प्रताप की जीत का जिक्र
लेखिका ने कहा कि इतिहास एक जीवंत विषय है, जिसमें नई खोज और तथ्य शामिल होते रहते हैं। जिस तरह से आयरें के बाहरी आगमन की थ्योरी अब गलत साबित हो चुकी है, उसी तरह हल्दीघाटी युद्ध के परिणामों की भी नए सिरे से हो रही खोज से स्पष्ट हो चुका है कि महाराणा प्रताप युद्ध में विजयी हुए थे। इन नए साक्ष्यों के संदर्भ में अब पुस्तक संशोधन के साथ प्रकाशित होने की प्रक्रिया में है। इस पुस्तक में संशोधन के लिए प्रकाशक को पत्र लिखा जा चुका है और इसके आगामी अंक में संशोधित तथ्यों के साथ पुस्तक प्रकाशित होगी। उन्होंने कहा कि 'राजस्थान के इतिहास की रूपरेखा' पुस्तक इतिहासकार शर्मा-व्यास द्वारा लिखित संदर्भ पर आधारित है, जिसके पृष्ठ 145 पर हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप की पराजय होना लिखा है। वहीं, इस तथ्य को प्रमुख रूप से इतिहासकार गोपीनाथ शर्मा ने भी लिखा है कि प्रताप की अकबर से पराजय हुई थी। उनकी पुस्तक 'मेवाड़ एंड द मुगल एम्पररर्स' में इस तथ्य को दिया गया है। महामहोपाद्याय गौरीशंकर हीराचंद ओझा की पुस्तक 'उदयपुर राज्य का इतिहास' के भाग एक में महाराणा प्रताप को हल्दीघाटी युद्ध में विजयी बताया गया है। यह पुस्तक मेवाड़ के इतिहास की सबसे पुख्ता ग्रंथ मानी जाती है। इसको आधार बनाकर अब संशोधन किया जा रहा है।
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