Honey Trap: राजस्थान में हनी ट्रैप मामले का आरोपित अक्षत भीलवाड़ा में लोगों को लगा चुका है करोड़ों का चूना
Honey Trap मंत्री को हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश का आरोपित मास्टरमाइंड अक्षत शर्मा पहले भी इसी आरोप में पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। छह साल पहले वह भीलवाड़ा में करोड़ों रुपयों का लोगों को चूना लगाकर फरार हो चुका था।

उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान के राजस्व मंत्री रामलाल जाट को हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश का आरोपित मास्टरमाइंड अक्षत शर्मा पहले भी इसी आरोप में पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। छह साल पहले वह भीलवाड़ा में करोड़ों रुपयों का लोगों को चूना लगाकर फरार हो चुका था। भीलवाड़ा की जैन ज्योति कालोनी में अपनी मां, भाई और बहनों के साथ रहने वाले अक्षत शर्मा ने एक राजनीतिक पार्टी के कुछ लोगों के साथ नागौरी गार्डन में कार्यालय खेला था, जहां बीसी के नाम पर कई लोगों से धन वसूला। अक्षत शर्मा ने भीलवाड़ा में एक कालोनी विकसित करने के लिए स्थानीय समाचार पत्रों में बड़े-बड़े विज्ञापन दिए थे। उसने कई लोगों से एडवांस बुकिंग के नाम पर रुपये भी वसूले, लेकिन वह कालोनी आज तक नहीं बन पाई। इस कालोनी के नाम पर निर्माण साम्रग्री से जुड़े कुछ व्यापारियों को भी लाखों रुपयों का चूना लगाए जाने की चर्चा है।
स्कूटर पर रखता था चालक, तीन कार्यालय भी खोले
अक्षत शर्मा के शौक बड़े निराले थे। उसके जानकार बताते हैं कि वह जब भीलवाड़ा में रहता था तो एक्टिवा स्कूटर पर भी चालक रखता था। जिसे वह सात हजार रुपये मासिक पगार देता था। हनीट्रैप के सूत्रधार अक्षत ने भीलवाड़ा में रहते हुए नागौरी गार्डन के अलावा वीर सावरकर चौक, नेहरू रोड व एक अन्य जगह पार्टनरशिप में कार्यालय खोले थे। एक कार्यालय में तो कथित हत्या का आरोपित भी पार्टनर था।
मीडियाकर्मी बनकर डाक्टर को हनी ट्रैप में उलझा चुका था
बताया गया कि अक्षत मीडियाकर्मी बनकर साल, 2016 में एक डाक्टर को हनीट्रैप में उलझा चुका है। तब वह पूरी गैंग के साथ आइपीएस दिनेश एमएन के हत्थे चढ़ा था और उसे हवालात भी देखनी पड़ी थी। पुलिस जांच के मुताबिक, कुछ दिन पहले अक्षत जयपुर के एक निजी चैनल के कार्यालय में पहुंचा और उसने उदयपुर में बड़ा कारोबार और न्यूज से जुड़ने के लिए आवेदन किया। जहां उसे संवाददाता बना दिया गया।
भीलवाड़ा में पता निकला फर्जी
भीलवाड़ा पुलिस जांच में पता चला कि अक्षत के आधार कार्ड में भीलवाड़ा का पता दर्ज है। जिसमें उसने खुद को जैन ज्योति कालोनी का निवासी बताया। जिसका पता लगाया तो वह फर्जी निकला। भीलवाड़ा की हर्षदीप होटल में उसने यही पता दर्ज कराया था।
तीन युवतियों के साथ होटल में रुका था अक्षत
अक्षत शर्मा तीन युवतियों के साथ भीलवाड़ा के होटल में 12 घंटे तक रुका था और उसके बाद ये लोग चेक आउट करके चले गए थे। अक्षत शर्मा सर्किट हाउस के पास 28 जनवरी की रात नौ बजकर दस मिनट पर आया था। इसके साथ गुजरात के बड़ौदा की माडल गुनगुन उपाध्याय और झुंझुनूं की दीपाली गोस्वामी ने भी होटल में रूम लिया था। यह लोग सुबह साढ़े नौ बजे होटल खाली करके रवाना हो गए थे। होटल में पूछताछ के लिए पहुंची पुलिस को होटल मैनेजमेंट ने बताया कि अक्षत शर्मा ने आईडी के रूप में अपना आधार कार्ड दिया था, जो भीलवाड़ा के पते का था। बताया गया कि होटल किसी स्थानीय व्यक्ति को रूम नहीं देता, लेकिन अक्षत के साथ तीन युवतियां थीं जो बाहर की थी, इसलिए उसे रूम किराए पर दिया था। उसने बताया था कि वह जयपुर में काम करता और उसका एक दफ्तर भीलवाड़ा में भी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।