Holi 2025: इस बार गोविंद देवजी मंदिर में नहीं खेली गई रंग वाली होली, रील बनाने समेत इन चीजों पर भी रोक
Holi 2025 गोविंददेव जी मंदिर में इस बार रंगों की होली की जगह फूलों की होली खेली गई। दशकों से यहां रंगों की होली खेली जाती रही है लेकिन इस बार उस पर भी रोक लग गई। भीड़ की वजह से हादसों को रोकने के लिए गोविंद मंदिर में इस बार दर्शन और प्रवेश व्यवस्था में बदलाव किया गया है।

डिजिटल डेस्क, जयपुर। Holi 2025 जयपुर के गोविंददेव जी मंदिर में इस बार होली पर प्रशासन ने सख्ती बरती है। भीड़ की वजह से हादसों को रोकने के लिए गोविंद मंदिर में इस बार दर्शन और प्रवेश व्यवस्था में बदलाव किया गया है।
दशकों पुरानी परंपरा पर रोक
जयपुर की होली देशभर में विख्यात है, खासकर गोविंद देवजी मंदिर में भक्तों संग भगवान की होली को सब दूर-दूर से देखने आते हैं। कई दशकों से यहां परंपरा रही है कि भक्त ठाकुर जी के साथ रंगों की होली खेलते हैं, लेकिन इस बार उस पर भी रोक लग गई। वहीं, कई और व्यवस्थाओं पर भी रोक लगा दी गई।
रंगों की जगह फूलों की होली
महाकुंभ समेत कई धार्मिक स्थलों पर त्योहार और पर्व पर भारी भीड़ से हुए हादसों से सबक लेते हुए प्रशासन ने गोविंद देवजी मंदिर में रंगों और पानी वाली होली पर रोक लगाई। इसके चलते लोग गुलाल होली की जगह फूलों की होली खेलते दिखे।
भीड़ को देखते हुए पुलिस ने मंदिर प्रबंधन से विचार-विमर्श के बाद इस व्यवस्था को लागू किया।
जूते-चप्पल न पहनने की अपील
मंदिर प्रशासन ने कहा कि इस बार की व्यवस्था जन्माष्टमी की तरह रहेगी। मंदिर में जूते एवं चप्पल खोलने की कोई व्यवस्था नहीं है। मंदिर में नि:शुल्क जूता घर बंद रहेगा। ये भी अपील की गई है कि लोग अपने जूते-चप्पल पहले ही निकाल कर आएं।
वहीं, मंदिर में प्रवेश भी केवल मुख्य द्वार से मिलेगा। जयनिवास बाग से प्रवेश निषेध रहेगा।
वीडियो बनाने पर रोक
पुलिस के अनुसार, होली पर लोग मोबाइल से रील बनाने के लिए मंदिर में घंटो अनावश्यक खड़े रहते हैं। इससे भीड़ एक ही जगह खड़ी हो जाती है। इसी के कारण इस बार वीडियो बनाने पर भी रोक लगा दी गई है।
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