Rajasthan News: 200 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिरी बच्ची, सात घंटे की मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाला
Rajasthan News घर के बाहर खुला बोरवेल है। वह खेलते हुए अचानक बोरवेल में गिर गई। कुछ देर में जब बच्ची कहीं नजर नहीं आई तो स्वजनों ने उसकी तलाश शुरू की । इस बीच बोरवेल में से रोने की आवाज आई।

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में दौसा जिले के आभानेरी में दो साल की बच्ची अंकिता दो सौ फीट गहरे खुले बोरवेल में गिर गई थी,जिसे सात घंटे तक देसी गुगाड़ से बाहर निकाल लिया गया । बच्ची की मां उसे देखते ही खुशी से रो पड़ी ।बोरवेल से बच्ची को सुरक्षित निकालने के बाद एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया । बच्ची स्वस्थ बताई जा रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा,बच्ची को सकुशल बाहर निकाल लिया गया । उन्होंने बचाव दल का आभार जताया है।
ऐसे गिरी बच्ची
बृहस्पतिवार सुबह करीब 11 बजे बच्ची अपने दादा कमल सिंह के पास खेल रही थी। दादा पानी पीने के लिए घर के अंदर गए और बच्ची अचानक गिर गई। बच्ची 80 फीट गहराई पर नजर आ रही है। रस्सी के सहारे बच्ची तक दूघ और पानी की बोतल पहुंचाई गई,जिसे उसने पकड़ लिया ।
बच्ची की हलचल पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा बोरवेल में डाला गया है। कैमरा दिखते ही बच्ची ने उसे पकड़ने की कोशिश्की। कैमरे में बच्ची के पानी की बोतल मुंह में लेने के चित्र दिखाई दिए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंची है। टीम ने बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
बोरवेल के पास में एक 100 फीट गहरा गड्डा खोदकर बच्ची को सुरंग के जरिए बाहर निकाल लिया गया। दरअसल, देवनारायण गुर्जर की बेटी अंकिता घर के बाहर खेल रही थी। घर के बाहर खुला बोरवेल है। वह खेलते हुए अचानक बोरवेल में गिर गई। कुछ देर में जब बच्ची कहीं नजर नहीं आई तो स्वजनों ने उसकी तलाश शुरू की । इस बीच बोरवेल में से रोने की आवाज आई।
बच्ची के रोने की आवाज सुनकर स्वजनों ने बोरवेल में देखा तो वह गिरी हुई थी। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना प्रशासन को दी। बचाव कार्य के दौरान थोड़ी देर के लिए तेज बारिश के कारण बाधा उत्पन्न हुई। लेकिन बारिश बंद होते ही फिर से बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया गया ।
सात घंटे बाद बच्ची को बाहर निकाल लिया गया।ग्रामीणों के अनुसार बोरवेल दो साल पहले खोदा गया था। लेकिन सूखा निकला । तब इस बोरवेल को ढक्कन लगाकर छोड़ दिया गया था। बृहस्पतिवार सुबह ही बच्ची के दादा ने बोरवेल में मिट्टी भरने के लिए ढक्कन खोला था। करीब सौ फीट तक मिट्टी भर दी गई थी।
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