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राजस्थान में बरस रही आग, भीषण गर्मी में तपते बॉर्डर पर जवानों द्वारा रेत पर रखे पापड़ 10 मिनट में सिक गए

जवान हाथ में कच्चे पापड़ लेकर इन पापड़ को रेत में दबाया। 10 मिनट बाद रेत हटाकर देखा तो पापड़ सिके हुए थे।जवान ने कहा कि वो आम जनता को बताना चाहते हैं कि सीमा पर सैनिक कितनी भयानक परिस्थितियों से जूझते हुए देश की सेवा में जुटे रहते हैं।

By Priti JhaEdited By: Published: Wed, 04 May 2022 01:38 PM (IST)Updated: Wed, 04 May 2022 02:04 PM (IST)
राजस्थान में बरस रही आग, भीषण गर्मी में तपते बॉर्डर पर जवानों द्वारा रेत पर रखे पापड़ 10 मिनट में सिक गए
भीषण गर्मी में तपते बॉर्डर पर जवानों द्वारा रेत पर रखे पापड़ 10 मिनट में सिक गए

राजस्थान (जेएनएन)। पूरा राजस्थान इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। इसकी वजह से गलियां सुनसान हो गई है जिससे लाकडाउन जैसे हालात बन गए हैं। पारा चढ़ने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। जानकारी हो कि राजस्थान के रेगिस्तान में भीषण गर्मी का दौर जारी है। भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे राजस्थान के जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में दोपहर में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। पिछले तीन दिन से रेत के धोरों में तापमान 47 से 49 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है। अनुमान है कि यहां तापमान 50 डिग्री से ज्यादा हो सकता है। भीषण गर्मी और लू के बीच सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान मुस्तैदी से सीमा की चौकसी कर रहे हैं।

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मालूम हो कि राजस्थान के बीकानेर में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर जवानों ने गर्मी का प्रचंडता दिखाने के लिए अनूठा प्रयोग किया है जिसका उन्होंने वीडियो भी बनाया। वीडियो में दो जवान हाथ में 2-2 कच्चे पापड़ लिए नजर आते हैं। जवानों ने इन पापड़ को रेत में दबाया। 10 मिनट बाद रेत हटाकर देखा तो पापड़ सिके हुए थे। जवानों ने एक पापड़ को तोड़कर भी दिखाया।

वहीं, एक जवान ने कहा कि वो आम जनता को बताना चाहते हैं कि सीमा पर सैनिक कितनी भयानक परिस्थितियों से जूझते हुए देश की सेवा में जुटे रहते हैं। जवानों के लिए भी इस गर्मी में संसाधन जुटाने की अपील की गई है ताकि उन्हें भी गर्मी से बचाया जा सके। मालूम हो कि यहां हर बार इतनी गर्मी पड़ती है। मालूम हो कि राजस्थान के सभी जिले गर्मी और लू की चपेट में आ गए हैं। बीकानेर में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है। कई किलोमीटर में फैले रेगिस्तान में शहरों की तुलना में ज्यादा गर्मी पड़ रही है। वहां तापमान रिकॉर्ड करने का कोई साधन नहीं है, लेकिन कई लोगों का अनुमान है कि यहां तापमान 50 डिग्री से ज्यादा हो सकता है।

जानकारी हो कि बाड़मेर और जैसलमेर जिलों में पड़ रही भीषण गर्मी से लोग इस कदर परेशान हैं कि दोपहर 12 से शाम पांच बजे तक कोई व्यक्ति घर से बाहर नहीं निलता है। रेत के धोरों के बीच लू के कारण जहां दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आता, वहां बीएसएफ के जवान चौकसी करते नजर आते हैं। लू से बचाव के लिए मुंह पर कपड़ा बांधे जवान पांच लीटर पानी की बोतल लटका कर अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से कर रहे हैं। जवानों को छह-छह घंटे की शिफ्ट में तैनात किया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तारबंदी के निकट जवान ऊंट पर पेट्रोलिंग करने के साथ ही पैदल भी दुश्मन पर नजर रख रहे हैं। भीषण गमी का लाभ उठाकर कोई घुसपैठिया भारतीय सीमा में प्रवेश नहीं कर जाए, इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। धूलभरी आंधियों के बीच ओपी टावर पर खड़े जवान दिनभर दुरबीन से निगरानी कर रहे हैं। अधिकारी डेजर्ट स्कूटर से लगातार जवानों के पास पहुंचकर उनका हौसला बढ़ाते रहते हैं। बीएसएफ के डीआईजी एमएल गर्ग का कहना है कि गर्मी के मौसम में रेगिस्तान का तापमान बढ़ता जाता है। लू चलती है, लेकिन जवान अपनी ड्यूटी पूरी मुस्तैदी से कर रहे हैं।


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