Move to Jagran APP

Rajasthan: एडमिट कार्ड नहीं मिलने पर 12वीं के छात्र ने खाया जहर, घरवालों ने प्रिंसिपल पर लगाए गंभीर आरोप

राजस्‍थान के अजमेर में 12वीं की परीक्षा का एडमिट कार्ड नहीं मिलने से व्‍यथ‍ित एक छात्र ने जहर खा लिया। जहर खाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे गंभीर हालत में अस्‍पताल में भर्ती कराया गया जहां युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। फाइल फोटो।

By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaPublished: Mon, 20 Mar 2023 07:52 PM (IST)Updated: Mon, 20 Mar 2023 07:52 PM (IST)
Rajasthan: एडमिट कार्ड नहीं मिलने पर 12वीं के छात्र ने खाया जहर, घरवालों ने प्रिंसिपल पर लगाए गंभीर आरोप
एडमिट कार्ड नहीं मिलने पर 12वीं के छात्र ने खाया जहर। फाइल फोटो।

अजमेर, जेएनएन। राजस्‍थान के अजमेर में 12वीं की परीक्षा का एडमिट कार्ड नहीं मिलने से व्‍यथ‍ित एक छात्र ने जहर खा लिया। जहर खाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे गंभीर हालत में अस्‍पताल में भर्ती कराया गया जहां युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। मामला अजमेर के गंज इलाके का है।

loksabha election banner

नागफणी क्षेत्र निवासी दीपक बोहरा (18) रामनगर स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ता है। छात्र ने परिजन को बताया था कि स्कूल की प्रिंसिपल रचना शेखावत उससे नाराज रहती है। इसलिए उसे करीब 5-6 महीने पहले ही कह दिया था कि वह उसे साल के आखिर में सबक सिखाएगी।

घरवालों ने बताया कि कुल 6 छात्रों के प्रवेश-पत्र रोके गए। कारण पूछने पर अटेंडेंस कम होना बताया गया। परिवार ने भी प्रिंसिपल से बात की, लेकिन एडमिट कार्ड नहीं दिया। दीपक 12वीं क्लास का छात्र है। उसके साथ ही 6 अन्य छात्रों का भी एडमिट कार्ड रोका गया है।

आरएलपी के जिला अध्यक्ष आशीष सोनी ने बताया कि दीपक ने प्रिंसिपल से बात कर फिर एडमिट कार्ड लेने की कोशिश की। प्रिंसिपल ने एडमिट कार्ड देने से साफ मना कर दिया। इससे छात्र तनाव में आ गया। उसने जहर पी लिया। सोनी ने बताया कि उन्होंने मामले की सूचना जिला पुलिस अधीक्षक को दे दी है।

पिता की हो चुकी मौत

छात्र की मां कविता ने बताया वह लोगों के घर पर काम कर बेटे को पढ़ा रही है। उसके पति ने पारिवारिक विवाद के चलते पांच साल पहले फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। छात्र की मां कविता मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने पहुंची थी।

प्रिंसिपल बोली- अटेंडेंस पूरी नहीं थी

स्कूल की प्रिंसिपल रचना शेखावत ने बताया कि बच्चे सब बराबर हैं। किसी को परेशान करने का कभी मकसद नहीं रहा। इसकी अटेंडेंस शॉर्ट थी तो बोर्ड को सूचना कर दी। ऐसे में प्रवेश-पत्र कैसे दे सकते हैं। वैसे मेरी ओर से जो छूट देनी होती है, वो भी दे दी गई। इसके बावजूद अटेंडेंस पूरी नहीं हो रही। कैसे एडमिट कार्ड जारी करते।

मामला दर्ज, जांच में जुटी पुलिस

गंज थाना प्रभारी धर्मवीर सिंह ने बताया कि सूचना पर पुलिस अस्पताल पहुंची थी लेकिन छात्र बयान देने की स्थिति में नहीं था। मां कविता ने रविवार को रिपोर्ट दी कि जब एडमिट कार्ड लेने गए तो प्रिंसिपल ने अपमानित कर बाहर निकाल दिया। एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर लिया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.