जयपुर में जामा मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाने पर बवाल, देर रात सड़क पर उतरे हजारों लोग; विधायक बालमुकुंद आचार्य पर FIR दर्ज
जौहरी बाजार में ऐतिहासिक जामा मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाने को लेकर हुए विवाद के बाद तनाव की स्थिति बन गई। जयपुर कमिश्नरेट पुलिस की तुरंत की गई कार्रवाई से स्थिति को तत्काल शांत कराने में मदद मिली। पोस्टर चिपकाने के बाद विधायक वहां से चले गए जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे।

आईएएनएस, जयपुर। जौहरी बाजार में ऐतिहासिक जामा मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाने को लेकर हुए विवाद के बाद तनाव की स्थिति बन गई। शुक्रवार देर रात हुई इस घटना के बाद बड़ी चौपड़ पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए और एक खास समुदाय के लोगों ने नारेबाजी की।
जयपुर कमिश्नरेट पुलिस की तुरंत की गई कार्रवाई से स्थिति को तत्काल शांत कराने में मदद मिली। यह घटना कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले की देश भर में हो रही निंदा की पृष्ठभूमि में हुई।
अधिकारियों के अनुसार, तनाव तब शुरू हुआ जब हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य ने कथित तौर पर जामा मस्जिद के बाहर और आसपास के इलाके, बड़ी चौपड़ के पास फुटपाथ, रामगंज बाजार और सार्वजनिक शौचालयों में पोस्टर चिपकाए।
#WATCH | Jaipur | Congress MLA Rafeek Khan says, "Yesterday was Friday and there was 'Jumme ki Namaz' at Jama Masjid and I was there along with another MLA. We discussed that there is resistance in people from every religion and caste in the country against the (Pahalgam)… https://t.co/MmRqQ3Mod7 pic.twitter.com/erWLARi09E
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 26, 2025
विधायक पर लगाए ये आरोप
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विधायक बालमुकुंदाचार्य अपने समर्थकों के साथ पाकिस्तान विरोधी पोस्टर लेकर रात करीब 8.30 बजे जामा मस्जिद के पास पहुंचे। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि उन्होंने मस्जिद और पोस्टरों के प्रति असम्मानजनक व्यवहार किया।
पोस्टर चिपकाने के बाद विधायक वहां से चले गए, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बढ़ते तनाव को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया।
डीसीपी राशि डोगरा और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। एहतियात के तौर पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को बुलाया गया। जामा मस्जिद कमेटी ने विधायक बालमुकुंदाचार्य के खिलाफ माणकचौक थाने में धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।
FIR दर्ज होने के बाद तितर-बितर हो गई भीड़
एफआईआर दर्ज होने की खबर के बाद एकत्र हुई भीड़ धीरे-धीरे तितर-बितर हो गई। इस बीच, कांग्रेस विधायक रफीक खान और अमीन कागजी भी पुलिस कमिश्नरेट पहुंच गए। मस्जिद की ओर से लोगों से घर लौटने की अपील की गई और उन्हें आश्वासन दिया गया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
इस मामले पर विधायक बालमुकुंदाचार्य ने कहा कि पोस्टरों में केवल पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ संदेश दिए गए थे। उन्होंने दावा किया कि किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई गई और पोस्टर विभिन्न स्थानों पर लगाए गए थे, जिनमें बड़ी चौपड़ गणेश मंदिर और सुलभ शौचालय के पास भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, "जो लोग पाकिस्तान को नापसंद करते हैं, वे अपने जूते से स्टिकर पर पैर रखकर अपनी भावना व्यक्त कर सकते हैं, जबकि जो लोग इसके विपरीत महसूस करते हैं, वे उन्हें हटाने के लिए स्वतंत्र हैं।"
पुलिस ने स्थिति को संभाला
शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि प्रारंभिक सभा रात 10 बजे के आसपास शुरू हुई, जिसमें एक पक्ष के लोगों ने बड़ी चौपड़ के पास विरोध प्रदर्शन किया और पोस्टर लगाए। इसके तुरंत बाद जवाबी सभा हुई, जिससे दोनों समूहों के बीच विवाद हो गया।
पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया। पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त रामेश्वर सिंह समेत वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने में जुटे रहे।
विधायक रफीक खान ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन सिर्फ एक समुदाय तक सीमित नहीं था, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ पूरे समाज की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।