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    Rajasthan Bypoll 2024 Result: मतदाताओं ने परिवारवाद को नकारा, भाजपा ने सात में से पांच सीटों पर लहराया परचम

    Updated: Sun, 24 Nov 2024 01:00 AM (IST)

    विधानसभा की सात सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने पांच सीटों पर कब्जा जमाया। विधानसभा की सात सीटों पर हुए उप चुनाव का परिणाम आने के साथ ही मतदाताओं ने कई दिग्गज नेताओं के भ्रम को तोड़ दिया। उपचुनाव में मतदाताओं ने परिवारवाद को पूरी तरह से नकार दिया। कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन भी इस चुनाव में हार गए।

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    राजस्थान विधानसभा की सात सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने पांच सीटों पर कब्जा जमाया

    जागरण संवाददाता, जयपुर। विधानसभा की सात सीटों पर हुए उप चुनाव का परिणाम आने के साथ ही मतदाताओं ने कई दिग्गज नेताओं के भ्रम को तोड़ दिया। उपचुनाव में मतदाताओं ने परिवारवाद को पूरी तरह से नकार दिया। दौसा सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता और प्रदेश के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन को दौसा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल की पत्नी कणिका को खींवसर, झुंझुनू में कांग्रेस के सांसद ब्रजेन्द्र ओला के पुत्र अमित और रामगढ़ सीट पर कांग्रेस के स्वर्गीय विधायक जुबैर खान के पुत्र आर्यन खान की हार हुई है।

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    राजस्थान में भाजपा ने सात में से पांच सीटें जीतीं

    विधानसभा की सात सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने पांच सीटों पर कब्जा जमाया। भाजपा ने तीन सीटें कांग्रेस और एक सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से छीनी है। उप चुनाव में पांच सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का पार्टी और प्रदेश की राजनीति में कद बढ़ा है। एक सीट पर कांग्रेस की जीत हुई है।

    कांग्रेस के प्रत्याशी तीन सीटों पर तीसरे नंबर पर रहे। एक सीट पर भारत आदिवासी पार्टी (बाप) रही। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट के प्रभाव वाली दौसा सीट पर कांग्रेस की जीत हुई। दौसा में भाजपा ने प्रदेश के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन को टिकट दिया है।

    झुंझुनूं सीट कांग्रेस हार गई

    मालूम हो कि जिन 7 सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, उनमें से एक भाजपा, एक बाप और एक आरएलपी व चार कांग्रेस के पास थी। पांच सीटों पर विधायकों के सांसद बनने और दो पर विधायकों के निधन की वजह से उपचुनाव हुए हैं। झुंझुनूं सीट कांग्रेस हार गई है। 21 साल बाद पार्टी ने यहां हार का स्वाद चखा है।

    भाजपा को चार सीटों का फायदा हुआ

    13 नवंबर को जिन सात सीटों पर उपचुनाव हुए, उनमें से चार कांग्रेस के पास और भाजपा, आरएलपी और बीएपी के पास एक-एक सीट थी। शनिवार को घोषित उपचुनावों के नतीजों के साथ, भाजपा को चार सीटों का फायदा हुआ, कांग्रेस को तीन सीटों का नुकसान हुआ, आरएलपी ने अपनी एकमात्र सीट- खिंवसर खो दी और बीएपी ने चोरासी सीट जीतकर अपनी बढ़त बरकरार रखी।

    कांग्रेस ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन की समीक्षा करेगी

    200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में अब भाजपा के 119, कांग्रेस के 66, बीएपी के चार, बसपा के दो, राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) का एक और आठ निर्दलीय विधायक होंगे। जहां नतीजों ने भाजपा नेतृत्व, विशेषकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राज्य भाजपा प्रमुख मदन राठौड़ का मनोबल बढ़ाया है, वहीं कांग्रेस ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन की समीक्षा करेगी।