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Rajasthan: भाजपा सांसद ने पुलिस को चकमा देकर पहाड़ी पर फहराया झंडा, जानें-क्या है मामला

Rajasthan पुलिस को चकमा देते हुए भाजपा के राज्यसभा सदस्य डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने रविवार सुबह करीब छह बजे मीणा समाज का झंडा फहरा दिया। पुलिस ने पहाड़ी पर जाने वाले सभी रास्तों पर नाकेबंदी कर रखी थी। ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जा रही थी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 08:12 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 08:12 PM (IST)
Rajasthan: भाजपा सांसद ने पुलिस को चकमा देकर पहाड़ी पर फहराया झंडा, जानें-क्या है मामला
भाजपा सांसद ने पुलिस को चकमा देकर पहाड़ी पर फहराया झंडा। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में जयपुर की आमागढ़ पहाड़ी प्रकरण में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और इंटेलीजेंस रविवार को फेल हो गई। पुलिस को चकमा देते हुए भाजपा के राज्यसभा सदस्य डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने रविवार सुबह करीब छह बजे मीणा समाज का झंडा फहरा दिया। पुलिस ने पहाड़ी पर जाने वाले सभी रास्तों पर नाकेबंदी कर रखी थी। ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जा रही थी। पूरे क्षेत्र में वज्र,अग्नि वर्षा मशीन और एसटीएफ फोर्स तैनात की गई थी, लेकिन मीणा अपने एक दर्जन समर्थकों के साथ जंगलों में होते हुए पहाड़ी पर पहुंचे और झंडा फहरा दिया। झंडा फहराने के बाद मीणा ने इंटरनेट मीडिया पर फोटो और संदेश वायरल किया तो पुलिस हरकत में आई। बाद में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मीणा को उनके समर्थकों के साथ हिरासत में लिया। उन्हें विधाधर नगर पुलिस थाने ले जाया गया। उन्हें हिरासत में लिए जाने की जानकारी मिलते ही मीणा समाज के लोग सक्रिय हो गए तो फिर पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीलकमल मीणा ने डॉ. किरोड़ी लाल और उनके समर्थकों को शांति से घर जाने के लिए मनाया।

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जानें, क्या है मामला

दरअसल, पहाड़ी पर जून में धर्म रक्षा समिति के भारत शर्मा ने केसरिया ध्वज फहराते हुए शिव मंदिर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करवाई थी। इससे नाराज निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा 21 जुलाई को अपने समर्थकों के साथ पहाड़ी पर पहुंचे। उन्होंने केसरिया ध्वज को उतारकर फाड़ दिया। रामकेश ने कहा कि मीणा समाज हिंदू नहीं बल्कि अलग आदिवासी धर्म में है। आमाागढ़ पहाड़ी रियासतकाल से मीणा समाज की संपत्ति रही है, लेकिन कुछ हिंदूवादी लोगों ने यहां केसरिया ध्वज फहराने के साथ ही मूर्ति लगा दी थी। इसी ध्वज और मूर्ति को रामकेश ने हटा दिया था। बााद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करवाया था। इस मामले में रामकेश और हिंदूवादी संगठनों की तरफ से एक-दूसरे के खिलाफ ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। 30 जुलाई को डॉ. किरोड़ी लाल ने अपने समर्थकों के साथ रैली निकाल कर कहा कि मीणा समाज हिंदू ही है। आदिवासी कोई अलग धर्म नहीं है। उन्होंने रामकेश द्वारा मीणा समाज को हिंदू धर्म में नहीं मानने पर आपत्ति जताते हुए एक अगस्त को ध्वज फहराने की घोषणा की थी। रामकेश ने भी अपने समर्थकों के साथ ध्वज फहराने की बात कही थी। मीणा समाज के दोनों नेताओं में टकराव को टालने और सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका के चलते पुलिस ने 31 जुलाई से भी पहाड़ी की तरफ जाने वाले सभी मार्गों पर भारी पुलिस बल तैनात किया था।

वसुंधरा राजे का ट्वीट

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर डॉ. मीणा को हिरासत में लिए जाने की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें तुरंत रिहा किया जाए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि डॉ. मीणा के विरुद्ध् की गई कार्रवाई कांग्रेस सरकार की ओछी मानसिकता को दर्शाता है।


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