Rajasthan: जैसलमेर में मृत मिले पक्षियों में पाया गया बर्ड फ्लू, इंसानों को भी खतरा; प्रशासन अलर्ट
राजस्थान के सीमावर्ती जैसलमेर जिले में मृत मिले कूरंजा पक्षियों में एच5एन1 एवियन फ्लू (बर्ड फ्लू) की पुष्टि हुई है। पुष्टि होने के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है। बर्ड फ्लू के पशुओं और इंसानों में फैलने से रोकने के लिए मृत मिले कूरंजा पक्षियों को दफन किया गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि यदि कूरंजा पक्षी मृत मिलता है तो उसको हाथ नहीं लगाएं।

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के सीमावर्ती जैसलमेर जिले में मृत मिले कूरंजा पक्षियों में एच5एन1 एवियन फ्लू (बर्ड फ्लू) की पुष्टि हुई है। पुष्टि होने के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है।
मृत मिले कूरंजा पक्षियों को दफन किया गया
बर्ड फ्लू के पशुओं और इंसानों में फैलने से रोकने के लिए मृत मिले कूरंजा पक्षियों को दफन किया गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि यदि कूरंजा पक्षी मृत मिलता है तो उसको हाथ नहीं लगाएं। बर्ड फ्लू पर नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन, चिकित्सा, वन एवं पशुपालन विभाग के अधिकारियों एवं चिकित्सकों की टीम गठित की गई है।
28 कुरंजा पक्षियों की मौत
जैसलमेर में अब तक 28 कुरंजा पक्षियों की मौत हो चुकी है। जिन क्षेत्रों में ये पक्षी मृत मिले हैं, उन्हें हाटस्पाट घोषित किया गया है। पिछले दिन मृत मिले कुरंजा पक्षियों की मौत के बाद उनके नमूने जांच के लिए भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान में भेजे गए थे। जहां जांच के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
यह बीमारी सर्दी के मौसम में पक्षियों में होती है
पशुपालन विभाग के डॉ. उमेश ने बताया कि यह बीमारी सर्दी के मौसम में पक्षियों में होती है। अधिक सर्दी में पक्षियों की सांस नली व फेंफड़ों में इंफेक्शन होता है, जिसे बर्ड फ्लू कहा जाता है। समय पर उपचार नहीं मिलने पर पक्षियों की मौत हो जाती है। यह एक संक्रमण है जो एक से दूसरे में फैलता है।
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