Rajasthan कांग्रेस में संग्राम तेज, नेता ने कहा- पायलट को CM नहीं बनाया तो कांग्रेस का बंटाधार हो जाएगा
पायलट को सीएम नहीं बनाया तो स्थिति बिगड़ जाएगी। अगर पायलट को सीएम बनाया गया तो 2023 में फिर कांग्रेस की सरकार बन जायेगी। पूर्व विधायक सुत्रित्रा आर्य ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते हुए कहा कि अब अति हो गई है।

जयपुर, जागरण संवाददाता। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के प्रदेश से पूर्व राजस्थान कांग्रेस में संग्राम तेज हो गया है। पूर्व विधायक और स्टेट एग्रीकल्चर इंडस्ट्री बोर्ड की उपाध्यक्ष सुत्रित्रा आर्य ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते हुए कहा कि अब अति हो गई है। उन्होंने कहा, यदि पायलट को सीएम नहीं बनाया गया तो पार्टी का बंटाधार हो जायेगा। आर्य ने सोमवार को जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पायलट को अब सीएम बना देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में असमंजस की स्थिति को जल्द से जल्द दूर किया जाना चाहिए। असमंजस के हालात को जल्द दूर नहीं किया तो स्थिति और बिगड़ सकती है। पायलट को सीएम नहीं बनाया तो स्थिति बिगड़ जाएगी। अगर पायलट को सीएम बनाया गया तो 2023 में फिर कांग्रेस की सरकार बन जायेगी। आर्य ने 25 सितंबर को कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर बुलाई गई विधायक दल की बैठक के समानांतर विधायकों की बैठक बुलाने वाले संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक महेश जोशी और पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले वनमंत्री हेमाराम चौधरी ने पायलट को सीएम बनाने और तीनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। इससे पहले गृह राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा,विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा,पी.आर.मीणा,वेदप्रकाश सोलंकी सहित कई नेता पायलट को सीएम बनाने की मांग कर चुके हैं।
जितेंद्र सिंह बोले, साथ रहेंगे गहलोत और पायलट
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जितेंद्र सिंह ने सोमवार को अलवर में कहा कि प्रदेश कांग्रेस में सब एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि राहुल की प्रदेश में होने वाली यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पायलट साथ रहेंगे। उन्होंने कहा कि बोलने की सबको स्वतंत्रता है। कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट है। उन्होंने अलवर में राहुल की होने वाली सभा की तैयारियों को लेकर पार्टी नेताओं की बैठक ली।
सीएम के सलाहकार ने उठाए सवाल
सीएम गहलोत के सलाहकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने संविदाकर्मियों को नियमित करने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि संविदा पर नियुक्ति सरकारों का शोषण का दूसरा तरीका है। मैं संविदा पर नियुक्ति का विरोध करता हूं। संविदा पर नियुक्ति देकर पढ़े-लिखे युवाओं का जीवन खराब किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैँ समय-समय पर सरकार को उसके वादे याद दिलाता रहता हूं । यदि सरकार ने मुकरने का प्रयास किया तो पूरी ताकत के साथ विरोध करूंगा।
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