Rajasthan: अशोक गहलोत ने राजस्थान में 11 नए खेल स्टेडियम बनाने के प्रस्ताव को दी मंजूरी
Rajasthan सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान में 16.50 करोड़ रुपये की लागत से 11 नए खेल स्टेडियम बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। स्टेडियम का निर्माण राजस्थान राज्य सड़क निर्माण व विकास निगम व लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा।

जयपुर, एजेंसी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में 16.50 करोड़ रुपये की लागत से 11 नए खेल स्टेडियम बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। प्रस्ताव के अनुसार, इन स्टेडियमों का निर्माण गिरवा (उदयपुर), केरू (जोधपुर), हिंडौन (करौली), धोड़ (सीकर), परबतसर (नागौर), परसरामपुरा (झुंझुनू), बानसूर (अलवर), रूपवास (भरतपुर), उचैन (भरतपुर), तारानगर (चुरू) और बगरू (जयपुर) में किया जाएगा। प्रत्येक स्टेडियम पर 1.50 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी।
स्टेडियम में ये सुविधाएं भी मिलेंगी
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि स्टेडियम का निर्माण राजस्थान राज्य सड़क निर्माण और विकास निगम (आरएसआरडीसी) और लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा। सभी नवनिर्मित स्टेडियमों में 200 मीटर एथलेटिक ट्रैक, बास्केटबाल कोर्ट और वालीबाल, खो-खो और कबड्डी मैदान जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। बयान में कहा गया है कि स्टेडियम कार्यालय भवन, शौचालय ब्लाक, नलकूप, आंतरिक सड़कों और चारदीवारी का निर्माण भी ढांचागत सुविधाओं के रूप में किया जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2022-23 के बजट में प्रदेश के विभिन्न जिलों में नए खेल स्टेडियमों के निर्माण की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि गत दिनों अशोक गहलोत ने कहा था कि मैं सब कौम को साथ लेकर चलता हूं, इसलिए तीसरी बार सीएम बनने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि माली समाज का मैं अकेला विधायक हूं, लेकिन सब कौम को साथ लेकर चलने के कारण मुझे हमेशा पांच साल सरकार चलाने के अवसर मिलते हैं। गहलोत ने अलवर जिले के हरसौरा में एक कार्यक्रम में कहा कि मैं तीन बार केंद्रीय मंत्री,तीन बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और तीन बार राष्ट्रीय महासचिव रहा एवं अब तीसरी बार मुख्यमंत्री बना हूं। पिछले विधानसभा चुनाव में गांव-गांव में बात फैल गई थी कि गहलोत ही सीएम बनना चाहिए। अपने दूसरे कार्यकाल की चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा कि पिछली बार हमने जनता की सेवा में कोई कमी नहीं रखी थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिंदुत्व की हवा फैलाई थी, जिससे हम चुनाव हार गए। धर्म के नाम पर चुनाव जीतना आसान है। मोदीजी की आंधी चली और वो पीएम बन गए।
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