अजमेर कलेक्ट्रेट पर वकीलों और पुलिस के बीच हुई धक्का मुक्की, थाना प्रभारी की गिरफ्तारी के लिए उग्र प्रदर्शन
किशनगढ़ के एडवोकेट बालकिशन सुनारिया की गिरफ्तारी के बाद अजमेर कलेक्ट्रेट पर वकीलों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की हुई। वकीलों ने थाना प्रभारी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। वकीलों ने चेतावनी दी है कि अगर 48 घंटे में उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे।

जेएनएन, अजमेर। किशनगढ़ के एडवोकेट बालकिशन सुनारिया की गिरफ्तारी के बाद से आंदोलनरत वकीलों ने मंगलवार को अजमेर जिला बार एसोसिएशन के नेतृत्व में जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर उग्र प्रदर्शन किया। वकीलों की पुलिस के साथ हल्की झड़प भी हुई। इसके बाद जिला प्रशासन वकीलों को कलेक्ट्रेट के बाहर से खदेड़ने के लिए वाटर कैनन बौछार का इस्तेमाल किया इससे वकीलों में और अधिक रोष व्याप्त हो गया।
वकील किशनगढ़ के शहर थानाधिकारी भीकाराम काला को निलंबित करने की मांग कर रहे थे। इसके लिए पहले अजमेर जिला बार एसोसिएशन ने साधारण सभा रखी और उसके बाद वे जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहां प्रदर्शन किया। वकीलों के उग्र आंदोलन में दमकल कर्मचारी के चोट आई। आरोप है कि दमकल के कांच तोड़ दिए थे।
पुलिस प्रशासन ने वकीलों को ज्ञापन देने से रोकने के लिए विवाद गहरा गया। जहां वकीलों ने पुलिस से झड़प में वकीलों ने चोटे आने की भी शिकायत की है।
बताया जाता है कि पुलिस ने एडवोकेट बालकिशन सुनारिया को धोखाधड़ी के आरोप में पकड़ा था। इस मसले पर किशनगढ़ में भी पूर्व में वकीलों सुनारिया के समर्थन और थानाधिकारी के विरोध में प्रदर्शन किया था। जिला बार एसोसिएशन ने मंगलवार को इस मामले में तीन सूत्री मांग पत्र पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा और जिला कलेक्टर लोकबंधु को सौंपा है। इसमें थानाधिकारी भीकाराम काला को निलंबित करने की मांग की है। वकीलों ने इस संबंध में 48 घंटे का समय दिया है और कहा है कि मामला शीघ्र निर्णय नहीं किया गया तो वकीलों का आंदोलन राज्यव्यापी किया जाएगा।
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