Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Sawai Singh Murder Case: सवाई सिंह की हत्या के आरोपी इनामी धर्म सिंह ने किया सरेंडर, कहा- घटना के समय वो...

    Updated: Mon, 21 Apr 2025 07:54 PM (IST)

    सवाई सिंह हत्याकांड के आरोपी धर्म सिंह ने पुष्कर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है। आरोपी का कहना है कि घटना के समय वह मौके पर मौजूद नहीं था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।आरोपी ने पुष्कर पुलिस थाने में स्वयं को सरेंडर तब किया जबकि उसके भाई सूर्य प्रताप सिंह की अदालत से जमानत पर रिहाई स्वीकार हो गई।

    Hero Image
    आरोपी धर्म सिंह ने पुष्कर थाने में किया सरेंडर

    अजमेर, जागरण संवाददाता। तकरीबन दो साल पहले तीर्थराज पुष्कर के निकट ग्राम बासेली में एक रिसोर्ट पर गोली मारकर कैंटोनमेंट बोर्ड के पूर्व पार्षद सवाई सिंह की हत्या करने के ईनामी आरोपी फरार चल रहे धर्म सिंह ने स्वयं को पुष्कर पुलिस थाने पर सरेंडर कर दिया। आरोपी ने मीडिया के सामने आकर कहा कि वह घटना के समय मौके पर उपस्थित ही नहीं था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कैसे हुई थी पूर्व पार्षद की हत्या?

    आरोप है कि आरोपी और उसके भाई सूर्य प्रताप सिंह ने अजमेर के कुंदन नगर निवासी पूर्व पार्षद सवाईसिंह राठौड़ की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी जब कि वह अपने एक मित्र दिनेश तिवारी के साथ अपने बेटे की शादी के कार्ड बांटते हुए पुष्कर के उस रिसोर्ट में पहुंचे थे। वे वहां मुड्डे पर बैठे हुए थे कि सूर्य प्रताप सिंह, धर्म सिंह एवं एक अन्य भाड़े के शूटर ने रिवाल्वर व देशी कट्टों से सवाई सिंह और उनके साथी पर गोलियां चलानी शुरू कर दी थी। हमले में सवाई सिंह की मौत हो गई जबकि दिनेश तिवारी बच गए। हमले के बाद आरोपी सूर्य प्रताप सिंह यह आवाज लगाते हुए वहां से भागे कि पिता की हत्या का बदला ले लिया।

    बता दें कि सवाई सिंह और साथियों पर सूर्य प्रताप सिंह के पिता और अजमेर से प्रकाशित होने वाले छोटे समाचार पत्र लहरों की बरखा के सम्पादक मदन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। करीब 30 से 32 साल पहले हुई पिता की हत्या का सूर्य प्रताप सिंह और धर्म प्रताप सिंह को बदला लेना था इसलिए उन्होंने संबंधित आरोपियों की रेकी करानी शुरू की।

    इनमें बताते हैं आरोपियों की हिट लिस्ट में पूर्व कांग्रेस विधायक डॉ राजकुमार जयपाल का नाम भी है। आरोपी पहले डॉ जयपाल की ही रैकी कर रहे थे। इस दौरान डॉ जयपाल के ही साथी रहे पूर्व पार्षद सवाई सिंह अपने बेटे की शादी के कार्ड बांटने में व्यस्त हो रहे थे।

    आरोपियों ने इसी समय को अपने बदले के लिए उपयुक्त समझा जबकि सवाई सिंह किसी तरह की एहतियात व सतर्कता नहीं बरत रहे थे। यह बात अलग है कि डॉ राजकुमार जयपाल व सवाई सिंह व अन्य को अजमेर की अदालत ने मदन सिंह की हत्या के आरोप से दोषमुक्त कर दिया था।

    जानकारी के अनुसार आरोपी ने पुष्कर पुलिस थाने में स्वयं को सरेंडर तब किया जबकि उसके भाई सूर्य प्रताप सिंह की अदालत से जमानत पर रिहाई स्वीकार हो गई। मामले में पुलिस आगे कार्रवाई कर रही है।